कोटा. जिले में कोरोना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. एक ही दिन में 26 मरीज कोरोना के सामने आए हैं. जिनमें सुबह 7 मरीज सामने आए थे और दोपहर में मेडिकल कॉलेज की पीसीआर लैब में जांच हुई नमूनों में 19 पॉजिटिव सामने आए हैं. यह सभी पॉजिटिव मरीज कोटा शहर के एपी सेंटर बने चंद्रघटा से सामने आए हैं.
बता दें कि अबतक कोटा शहर के एपी सेंटर चंद्र घटा से 67 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं. वहीं दूसरे एपी सेंटर तेलघर में 16 मरीज ही सामने आए हैं. इनमें शामिल आशा सहयोगिनी भी पॉजिटिव है. इन सभी स्टाफों की सहकारिता भवन और किशोरपुरा थाना में जाकर चिकित्सक टीमों ने स्क्रीनिंग की है.
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आशा सहयोगिनी के मामले में चिकित्सा विभाग की लापरवाही
जानकारी के अनुसार चंद्रघटा निवासी आशा सहयोगिनी पॉजिटिव आई हैं, जिसका सैंपल 2 दिन पहले लिया गया था. इसके बावजूद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से लापरवाही बरतते हुए स्क्रीनिंग टीम में आशा सहयोगिनी की ड्यूटी लगाई जा रही थी. आशा सहयोगिनी बुधवार को भी टिपटा डिस्पेंसरी में गई थी, जहां पर चिकित्सक और अन्य स्टाफ मौजूद थे.
अब तक 83 मरीज आए सामने
कोटा में पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. शहर के भीमगंजमंडी इलाके के तेलघर से 6 अप्रैल को पहला पॉजिटिव मरीज सामने आया था. उसके रिपोर्ट भी मृत्यु के बाद ही आई थी. उसके 2 दिन बाद 8 अप्रैल को मृतक के 8 रिश्तेदार और एक अन्य मकबरा थाना इलाके के चंद्रघटा निवासी पॉजिटिव आया था. वहीं, बीते 10 दिनों में 83 मरीज कोटा में सामने आ चुके हैं.
आशा सहयोगिनी के पॉजिटिव आने से अन्य को भी खतरा
पॉजिटिव आई आशा सहयोगिनी पूरे शहर में स्क्रीनिंग के काम में जुटी हुई थी. उसने जिन भी इलाकों में स्क्रीनिंग की है, वे लोग भी कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं. साथ ही करीब 70-80 आशा सहयोगिनियों का ग्रुप अलग-अलग उसके साथ रहा है. ऐसे में उन सब पर खतरा मंडरा रहा है.
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वहीं, आशा सहयोगिनी के साथ स्क्रीनिंग में जुटे नर्सिंग स्टाफ और चिकित्सकों पर भी इसका खतरा है. ऐसे में उन्होंने भी पत्र लिखकर स्क्रीनिंग करवाने और क्वॉरेंटाइन करने की अपील प्रशासन से की है.