कोटा. कोविड-19 से देश की एकमात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट 2020) से प्रभावित हो रही है. पूरे देशभर में 13 सितंबर को ऑफलाइन आयोजित होने वाली इस परीक्षा में करीब 15 लाख 97 हजार स्टूडेंट भाग लेंगे. कोटा के बीच 44 सेंटरों पर कोविड-19 गाइडलाइन के बीच परीक्षा आयोजित होगी. जिसमें 18 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे.
परीक्षार्थियों को अपने सेंटर पर पहुंचने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अलग-अलग टाइम दिया है. इसी की पालना करते हुए स्टूडेंट को पहुंचना होगा. कोटा के सेंटर पर स्टूडेंट की कैपेसिटी 300 से लेकर 600 तक है. ऐसे में सुबह 11:00 बजे से प्रवेश स्टूडेंट को दिया जाएगा, जो कि 1:30 बजे तक जारी रहेगा. 2:00 बजे से 5:00 बजे तक परीक्षा होगी. इसके अलावा हर सेंटर पर एनडीए का रिप्रेजेंटेटिव मौजूद रहेगा. साथ ही सभी सेंटर्स पर जांच के लिए एक फ्लाइंग स्क्वायड भी अलग से कोटा में तैनात किया जाएगा. कोटा के सभी 44 सेंटर्स पर पुलिस भी सुरक्षा के लिए मौजूद होगी.
पढ़ेंः कोटा: मुक्तिधाम में नहीं हो रही कोरोना गाइडलाइन की पालना
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के कोटा डिस्टिक कोऑर्डिनेटर प्रदीप गौड़ ने बताया कि स्टूडेंट अपने साथ एक फोटो, पहचान पत्र, प्रवेश पत्र, 50 मिलीलीटर सैनिटाइजर बॉटल और पारदर्शी पानी की बॉटल ले जाने की अनुमति है. स्टूडेंट को दस्ताने पहन कर आना होगा. इसके अलावा मास्क भी लगाना होगा, सेंटर पर प्रवेश के पहले उसके मास्क को हटवा दिया जाएगा और दूसरा मास्क उसे दिया जाएगा. साथ ही स्टूडेंट्स को 6 फीट की दूरी बनानी होगी. पेरेंट्स को भी सेंटर के आसपास नहीं रुकने दिया जाएगा.
बता दें कि नीट परीक्षा के जरिए 542 एमबीबीएस कॉलेजों के 80055 सीटों पर प्रवेश होगा. इससे पहले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और जिप्मेर अपने अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करवा दी थी, लेकिन इसे बंद करते हुए अब नीट के जरिए ही छात्रों को एमबीबीएस में प्रवेश मिलेगा.