कोटा. जेके लोन अस्पताल में बीते 3 दिनों में 18 नवजात शिशुओं की मौत हो चुकी है. 10 दिसंबर को 8 घंटों में 9 नवजात शिशुओं की मौत हुई थी और पूरे दिन में 12 नवजात शिशुओं की मौत हुई थी. इसके बाद 11 दिसंबर को 5 नवजात शिशुओं की मौत जेकेलोन में उपचार के दौरान हुई है. शनिवार को भी एक नवजात की मौत हुई.
यह आंकड़ा भी राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मीडिया को बताया है क्योंकि अस्पताल प्रबंधन ने किसी भी तरह का कोई आंकड़ा देने से इनकार कर दिया है. हालांकि जब राजेंद्र राठौड़ अस्पताल का निरीक्षण करने गए तो उन्होंने अधिकारियों से जवाब तलब किया, इसमें यह बात सामने आई है. राठौड़ ने कहा कि उन्हें मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने ही यह डाटा उपलब्ध करवाया है.
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इसके अलावा बच्चों की मौत के मामले में केंद्र सरकार ने भी अपनी जांच दल को कोटा भेज दिया है और उनकी जांच कमेटी में जोधपुर और दिल्ली एम्स के शिशु रोग विशेषज्ञ शामिल हैं. यह 6 सदस्यीय जांच दल नवजात शिशुओं की मौत का कारण पता लगाने के लिए कोटा आया है. इन्होंने शनिवार को जेके लोन अस्पताल का निरीक्षण भी किया. हालांकि, मीडिया से किसी भी तरह की कोई बातचीत इन्होंने नहीं की है.
सरकार बचाने के लिए करोड़ों खर्च, गरीबों के लिए नहीं: जसकौर मीणा
जेके लोन अस्पताल में भाजपा की कमेटी में शामिल सांसद जसकौर मीणा ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जेके लोन अस्पताल के चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ गरीब लोगों के लिए काम नहीं कर रहे हैं. स्टाफ के मन में गरीब लोगों के लिए संवेदना और लगाव नहीं है.
जसकौर मीणा ने कहा कि यहां वह लोग आते हैं, जो निजी अस्पताल का भुगतान नहीं कर पाते हैं. इस परिस्थिति में गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है. वह सरकार की आंखें खोलना चाहती हैं. गरीब लोगों के साथ हो रहे अन्याय को नहीं होने देंगे. कांग्रेस की सरकार कुर्सी बचाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन गरीब लोगों के लिए पैसा नहीं है.
चिकित्सा मंत्री पर लगाए आरोप
इसके अलावा भाजपा प्रदेश महामंत्री और रामगंजमंडी के विधायक मदन दिलावर ने भी चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा पर तीखे हमले किए. उन्होंने कहा कि चिकित्सा मंत्री को बच्चों की मौत से कोई फर्क नहीं पड़ता है. सरकार अंधी, बहरी और गूंगी हो गई है. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को तो डॉक्टरों के ट्रांसफर कर उनसे पैसा बटोरने में फुर्सत नहीं मिल रही है. लड़ाई को सड़क से लेकर विधानसभा तक लड़ेंगे.
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सरकार के बचाव में मंत्री शांति धारीवाल
जेकेलोन अस्पताल के मुद्दे पर सरकार की हो रही किरकिरी से बचाव में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने भी बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने किसान आंदोलन से ध्यान भटकाने के लिए सोची-समझी साजिश के तहत ही जेके लोन का मुद्दा उठाया है. मंत्री धारीवाल ने जारी किए बयान में कहा है कि अस्पताल में बिना कारण भाजपा के नेता जमावड़ा कर रहे हैं और मनगढ़ंत आरोप सरकार पर लगा रहे हैं, जो बिल्कुल निराधार है.
धारीवाल ने कहा कि ये सभी लोग राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए जेकेलोन पहुंच रहे हैं. जबकि बच्चों की मौत की सूचना मिलते ही सरकार ने संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच करवाई और मौत के कारणों के बारे में अस्पताल प्रशासन से अपडेट लिया है.