कोटा. प्रदेश में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है. ऑक्सीजन की कमी से प्रशासन की नींद हराम हो गई है. कोटा जिले में भी कोरोना कहर बरपा रहा है. जिसके चलते सरकारी और निजी अस्पताल फुल हो गए हैं. मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं बची. प्रशासन ने कोरोना मरीजों के लिए यूनिवर्सिटी में एकेडमिक ब्लॉक को अधिग्रहण कर वहां पर बेड लगाए हैं.
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शुक्रवार को कोटा जिले में 1051 नए मरीज सामने आए हैं. वहीं 5 कोरोना मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई. मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रशासन के अनुसार अभी अस्पताल में कुल 513 मरीज भर्ती हैं. वहीं ऑक्सीजन पर 422 बेड फुल हैं. वहीं 300 के लगभग कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं. साथ ही जनरल वार्डों में जिनकी कोरोना जांच में नेगेटिव बताई जा रही है. ऐसे सस्पेक्टेड 206 मरीज भर्ती हैं. इमरजेंसी वेंटिलेटर पर 3 मरीज भर्ती हैं और मेडिकल कॉलेज अस्पताल और एसएसबी में 115 बेड फुल हो गए हैं.
अस्पतालों में चल रही है ऑक्सीजन की कमी
कोटा जिले के कोविड अस्पतालों में इन दिनों महामारी का रूप ले चुके कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को कृत्रिम सांस पर ला कर छोड़ दिया. जिससे अस्पताल में बढ़ा मरीजों की संख्या से सिलेंडरों की खपत बढ़ गई. जिससे ऑक्सीजन जनरेटिंग सिस्टम भी फेल हो रहे हैं. हालांकि प्रशासन ने एक लिक्विड ऑक्सीजन लेकर एक ट्रक कोटा पहुंचा, जिससे ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट को संबल मिलेगा.