जोधपुर. माता का थान थाना क्षेत्र में एक महिला ने मकान मालिक और उसके दोस्तों पर गैंगरेप (gang rape in jodhpur) का आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि वह कई दिनों से रिपोर्ट के लिए घूम रही थी लेकिन थानाधिकारी ने उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी. मुख्यमंत्री की जनसुनवाई में जाकर ज्ञापन देने के बाद पीड़िता का मामला दर्ज किया गया. इस मामले की जांच एसीपी निशांत भारद्धाज को सौंपी गई है. पीड़िता के बयान के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूलत नागौर जिले की रहने वाली महिला ने आरोपी (women accused landlord and his friends of gang rape) का मकान 2019 में किराए पर लिया था. जिसमें वो एक साल से ज्यादा समय तक रही. उसका पति मानसिक रूप से बीमार था. ऐसे मे मजबूरी का फायदा उठाकर मकान मालिक ने उसे शिकार बनाया. हालांकि पीड़िता अब उस मकान में नहीं रहती है. लेकिन एक साल तक आरोपी तेजसिंह और उसके दोस्त महिला का शोषण करते रहे.
नशीला पदार्थ पिलाकर किया था दुष्कर्म: महिला ने रिपोर्ट में बताया कि शुरूआत तेजसिंह ने की थी. उसने महिला को नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. तेजसिंह के दोस्त विनोद, प्रेमसुथार, नवरत्न और अन्य ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया. इतना ही नहीं पीड़िता ने आरोप लगाया है कि तेजसिंह ने उसे डरा धमका कर रुपए भी लिए थे. पुलिस ने मामला बलात्कार की धाराओं में दर्ज किया है.
सीएम को दिया ज्ञापन तब दर्ज हुआ मामला: पीड़िता ने आरोप लगाया है कि कई दिनों तक माता का थाना थाने के चक्कर लगाने के बाद भी उसका मामला दर्ज नहीं किया गया. इसके बाद जब पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के सर्किट हाउस में जनसुनवाई की थी, तब महिला ने वहां पहुंचकर अपनी शिकायत दी थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए. तब जाकर मामला दर्ज किया गया.
महिला पर भी ब्लैकमेल करने का आरोप: माता का थान थाना में ही पुलिस ने आरोपी तेजसिंह की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की थी. जिसमें उसने पीड़िता पर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था. जिसके अगले दिन ही पीड़िता ने उसपर गैंगरेप का मामला दर्ज करवाया. दोनों शिकायतों को लेकर पुलिस कमिश्नर ने ये मामला एससीपी निशांत भारद्वाज को सौंपा है, लेकिन पीड़िता को अभी तक एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई है.