जोधपुर. जलदाय विभाग से सेवानिवृत अतरिक्त मुख्य अभियन्ता शंकर सिंह शेखावत मेहरोली की धर्मपत्नी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की मां मोहन कंवर चंपावत की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गई. सोमवार को दोपहर जोधपुर में नागौरी गेट कागा स्थित श्रीराजपूत शमशान गृह में सम्पूर्ण विधि विधान से अंतिम संस्कार किया गया. मंत्री शेखावत ने मां के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी.
इससे पहले अजीत कॉलोनी स्थित निवास स्थान से मोहन कंवर की अंतिम विदाई की रस्म अदा की गई. इसके बाद शव यात्रा नागौरी गेट स्थित राजपूत शमशान गृह पहुंची, जहां विधि विधान के साथ मोहन कंवर का अंतिम संस्कार किया गया. इससे पहले शेखावत के निवास स्थान पर अंतिम दर्शनों के लिए पार्थिव देह को रखा गया.
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शव यात्रा में राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी, पूर्व सांसद सीआर चौधरी, महाराजा सूरवीर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रसन्न मेहता, महापौर दक्षिण वनिता सेठ, विधायक पब्वाराम विशोनी, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, कांग्रेस नेता पूर्व जेडीए अध्यक्ष राजेंद्र सोलंकी, परसराम विश्नोई, राजसिको के निदेशक सुनील परिहार, कांग्रेस नेता प्रो अय्यूब खान, अनिल टाटिया, मृगेंद्र सिंह भाटी, सुयोग काबरा, राम सिंह संजू निगम पार्षद सहित कई अन्य गणमान्य नागरिक सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और विभिन्न समाजों के लोग शामिल हुए.
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केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की माता मोहन कंवर लंबे अरसे से बीमार थीं. उनका लंबे समय से श्वास संबंधी बीमारी का दिल्ली एम्स (AIIMS Delhi) में इलाज चल रहा था. रविवार रात को दिल्ली एम्स अस्पताल में मोहन कंवर ने अंतिम सांस ली. देर रात मोहन कंवर का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से एंबुलेंस से जोधपुर के लिए रवाना किया गया. मंत्री शेखावत परिवार के सदस्यों के साथ ही सड़क मार्ग से सुबह करीब दस बजे शव के साथ जोधपुर पहुंचे.