जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच लगातार बयानबाजी जारी है. शनिवार को मुख्यमंत्री ने ईआरसीपी के मुद्दे पर शेखावत को 'निकम्मा' कहा. इस पर शेखावत ने ट्विट कर अपनी बात रखी (Shekhawat hits back at CM Gehlot) है.
शेखावत ने अपने जवाब में एक दोहे का सहारा (Shekhawat tweets on CM Gehlot) लिया. उन्होंने लिखा कि,'बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि. हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि. 'गहलोत जी' की जुबां में मेरे लिए तो बुरा ही बुरा है. हर बार लगता है वे इससे बुरा न कहेंगे लेकिन अगली बार पहले से ज्यादा बुरा कह जाते हैं. विष वमन इसे ही कहते है.' शेखावत ने तीन ट्विट कर अपनी बात रखी. इसमें उन्होंने लिखा कि ऐसा वे इसलिए करते हैं कि शायद जोधपुर की जनता का लोकसभ चुनाव में मुझे दिया प्रचंड आशीर्वाद वो आज तक पचा नहीं पा रहे हैं. 'निकम्मा' शब्द तो शायद उनका प्रिय है. मुझसे पहले अपनी पार्टी के ही एक युवा नेता को कह चुके हैं.
उन्होंने कहा कि शायद युवाओं से ही उनको चिढ़ है...चाहे अपनी पार्टी में हों या विपक्ष में. हर आगे बढ़ने वाले युवा से उनको कष्ट है. भाषण का समापन सारांश से किया जाता है और सीएम साहब ने वह मुझे समर्पित कर दिया. मैं तो यही कहूंगा आपकी भाषा और भावना आपको ही मुबारक. गौरतलब है कि ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर केंद्र व राज्य के बीच खींचतान चल रही है. शेखावत इस येाजना को केंद्र से स्वीकृति देने को तैयार हैं, लेकिन नियमों शर्तों को लेकर गतिरोध बना हुआ है.