जोधपुर. रामनवमी पर शहर के घंटाघर से शहर के अंदर के रास्तों से निकलने वाली शोभायात्रा बाजे गाजे के साथ प्रारंभ हुई. विश्वहिंदू परिषद, बजरंगदल सहित अन्य संगठनों की अगुवाई में बीते 37 सालों से निकाली जाने वाली यात्रा कोरोना के चलते नहीं निकल रही थी. ऐसे में आज यात्रा को लेकर लोगों में उत्साह भी नजर आया. इसके अलावा धारा 144 लगाने के आदेश के बाद विहिप के बुलावे पर भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचे. शोभायात्रा में करीब दो सौ झांकिया शामिल हुईं. हालांकि प्रशासन ने भी पूरे इंतजाम कर रखे थे.
प्रत्येक दस झांकी पर एक पुलिस के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी इस यात्रा के लिए भगवान श्रीराम का पूजन करने पहुंचे. उन्होंने पूजा-अर्चना कर संतों का आशीर्वाद लिया और लोगों को शुभकामनाएं भी दीं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज पूरा देश मर्यादा पुरुषोतम की जयंती मना रहा है. करोड़ों लोगों के आराध्य भगवान राम का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है, लेकिन जिस तरह की घटना करौली में हुई वह भारतीय नववर्ष मनाने वालों पर सुनियोजित हमला था. पुलिस की मौजूदगी में घटना होने के बावजूद राजस्थान सरकार मामले पर लीपापोती करने और उसके अपराधियों को बचाने में लगी है.
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राजस्थान की सरकार और मुख्यमंत्री घटना से ध्यान हटाने के लिए अलग-अलग राग अलाप रहे हैं, लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि जनता आपको पहचान चुकी है. करौली में दंगा होता है, इसके बाद बिजली विभाग एक विशेष समुदाय की सुविधा के लिए आदेश जारी करता है. राजस्थान में रामनवमी से एक दिन पहले जिला कलेक्टर धारा 144 के आदेश निकालते हैं जो बताता है कि राजस्थान सरकार केवल तुष्टीकरण और समाज को बांटने की राजनीति करना चाहती है.