जयपुर. राजस्थान में रविवार को 20 जिलों के 87 निकायों में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे. जिसमें पता चल जाएगा कि किस पार्टी को कितने निकाय बनाने में सफलता मिली है. तीन निकायों में पहले ही निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है. अब सोमवार को 20 निकायों में उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे लेकिन इस बार उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस पार्टी का कोई भी प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ेगा.
सुनने में बड़ा ही अजीब लगे लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अबकी बार यह तय किया है कि वह उपाध्यक्ष पद के लिए किसी भी कांग्रेस प्रत्याशी को सिंबल नहीं देगी और जो कांग्रेस का प्रत्याशी या कांग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीतेगा, उसी को कांग्रेस का उपाध्यक्ष मान लिया जाएगा. दरअसल, अध्यक्ष पद पर वोट देने के लिए कई बार पार्टी के ही जीते हुए प्रत्याशी उपाध्यक्ष पद को लेकर डिमांड करते हैं. वहीं इस डिमांड को नहीं मानी जाने पर कई बार पार्टी के प्रत्याशी नाराजगी में अपनी ही पार्टी के विरोध में वोट दे देते हैं.
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ऐसे में कांग्रेस पार्टी की नई रणनीति के तहत अब अध्यक्ष पद पर चुनाव होने के बाद किसी को भी उपाध्यक्ष पद के लिए नाराज नहीं किया जाएगा. किसी निकाय में जो चाहे वह कांग्रेस का प्रत्याशी या कांग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर सकता है, पार्टी किसी को कांग्रेस का सिंबल नहीं देगी. ऐसा कांग्रेस पार्टी पहली बार करने जा रही है.