जोधपुर. पाली जिले के शिवपुरा के मोड़ावास गांव में 20 मार्च को एक खेत में रखे मटके का पानी पीने से बीमार हुए 7 लोगों में से तीन की मौत हो चुकी है. तीसरी मौत शनिवार को मथुरा दास माथुर अस्पताल जोधपुर में उपचार के दौरान हुई, इसके बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. परिजनों का आरोप है कि परिवार को खत्म करने के लिए पानी में जहर मिलाया हुआ था. आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराने के बावजूद पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही (Family allegations on police) है. इसलिए मृतक हरिराम का शव नहीं उठाया गया.
आरोप है कि 20 मार्च को पाली के शिवपुरा थाना क्षेत्र के मोडावास खेत में काम कर रहे परिवार मटकी से पानी पीने से 7 लोग बीमार हो गए थे. जिनमें एक युवक लक्ष्मण की पाली अस्पताल में मौत हो गई थी. बाकी लोगों को जोधपुर एमडीएम अस्पताल रैफर किया गया. दो दिन पहले नेनी देवी की मौत हुई थी.
शनिवार को इसी परिवार के हरिराम नाम के युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई. नेनी देवी के पति ने शिवपुरा थाना में दो व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा करवाया गया था. लेकिन पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं की. एमडीएम मोर्चरी के आगे हरिराम के शव का पोस्टमार्टम करने से मना करते हुए परिजनों ने मुजरिमों की गिरफ्तारी के लिए विरोध प्रदर्शन किया.
पढ़ें: भूमि विवाद के चलते परेशान व्यक्ति ने जहर खाकर दी जान, मौत से पहले बताए आरोपियों के नाम