जोधपुर. पश्चिमी राजस्थान में HIV संक्रमित रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है. हालांकि, 2007 से 2010 के दौर में सामने आए रोगियों की संख्या से कम है. लेकिन हर माह करीब 50 से 60 रोगी एआरटी सेंटर पर पंजीकृत हो रहे हैं.
एआरटी एंटीरेट्रो वायरल थैरेपी सेंटर पर 14 हजार से ज्यादा रोगी पंजीकृत
डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर के संक्रामक रोग अनुसंधान केंद्र पर चल रहे संभाग के सबसे बड़े एआरटी एंटीरेट्रो वायरल थैरेपी सेंटर पर 14 हजार से ज्यादा रोगी पंजीकृत है. जबकि पूरे संभाग के 6 जिलो में करीब 23 हजार महिला-पुरुष और 1550 बच्चे पंजीकृत हैं.
4 हजार से ज्यादा रोगी दवाइयों से बना ली है दूरी
वहीं, नए रोगियों के जुड़ने की एक वजह जागरूकता भी मानी जाती है. लेकिन सबसे बड़ी परेशानी है इन रोगियों के दवाई से दूरी बनाने की है. वर्तमान में करीब 4 हजार ऐसे रोगी हैं, जो एआरटी सेंटर्स से दवाइयों से दूरी बना चुके हैं. ऐसे रोगी सरकार के HIV रोकथाम के अभियान के लिए चुनौती बने हुए हैं.
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उधर, चिंता का विषय ऐसे बच्चे भी हैं जिनके अभिभावकों की जान इस रोग ने ले ली और वे बच्चे अब अनाथ हैं. जोधपुर में ऐसे अनाथ बच्चों का सहारा बाल बसेरा बना हुआ है. जहां ऐसे बच्चों को रखा जाता है और उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने के तमाम प्रयास जारी हैं.
बाल बसेरा के संचालक दिनेश जोशी जो बतौर सोशल वर्कर इस जानलेवा रोग की रोकथाम के अभियान से जुड़े हैं, उन्होंने बताया कि रोगियों की हर माह संख्या बढ़ने से ज्यादा परेशानी दवाई छोड़ने वालों की संख्या है, जो बेहद घातक सबित हो सकती है. क्योंकि ऐसे रोगी संक्रमण को बढ़ावा भी दे सकते हैं.
HIV संक्रमितों के लिए एआरटी में दवाइयों की कमी आम परेशानी
बता दें कि जोशी बालक और बालिकाओं के अलग-अलग बाल बसेरा संचालित करते हैं. इसके अलावा इनके स्वास्थ्य की जांच और शिक्षा की पूरी जिम्मेवारी उठाते हैं. उनका कहना है कि HIV संक्रमितों के लिए एआरटी में दवाइयों की कमी आम परेशानी है. इसके अलावा डॉक्टरों की भी कमी बनी हुई है.
उधर, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसएस राठौड़ का कहना है कि सेंटर पर हमने सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवा रखी है. उन्होंने बताया कि इसमें सुधार जारी है.
कंपेरटिव फैक्ट फाइल राजस्थान
वर्ष | कुल संक्रमित | बच्चे |
2009 | 76317 | 3909 |
2011 | 73543 | 5711 |
2015 | 1.03 लाख | 7500 |
2019 | 92000 | 13000 |
जोधपुर संभाग की वर्तमान स्थिति
कुल संक्रमित | बच्चे |
23000 | 1550 |
- मृत्यु वर्ष 2012 से 2019 मार्च तक: 950 पुरुष व महिला, 255 बच्चे
- स्त्रोत : नॉको एवं एआरटी सेंटर