जोधपुर. महिला एवं सामाजिक बाल अधिकारिता विभाग, महिला थाना पूर्व और मीरा संस्थान की अगुवाई में बुधवार को थाने में घूंघट प्रथा समाप्त करने को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें घूंघट प्रथा समाप्त करने को लेकर महिलाओं को शपथ दिलाई, कार्यक्रम में पुरुष भी शामिल हुए.
थाना परिसर में ही घूंघट प्रथा को लेकर ही एक हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया गया. जिस पर महिलाओं ने हस्ताक्षर किए. थानाधिकारी निशा भटनागर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के अधिकारों को लेकर उनको जागरूक करने की पहल के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया. खासतौर से महिलाओं को उनके अधिकार और उनको मिलने वाली सरकारी सुविधाओं को लेकर जानकारी दी गई है. जिससे वह खुद अपने पैरों पर खड़ी हो सकें और अपने साथ होने वाले अन्याय का सामना कर सकें.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी लगातार घूंघट प्रथा के खिलाफ आवाज उठाते आए हैं. राज्य सरकार की तरफ से समय-समय पर घूंघट प्रथा के खात्मे के लिए अभियान और जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं. प्राइवेज एनजीओ की तरफ से भी महिलाओं को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है. घूंघट प्रथा समाज में सदियों से चली आ रही एक कुरूति है. जिसे 21वीं सदी के आधुनिक भारत में भी खत्म नहीें किया जा सका है.