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Sidhu Moosewala Murder Case...तो क्या लॉरेंस ने राजस्थान की जेल में रची थी मूसेवाला को मारने की साजिश!

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में राजस्थान कनेक्शन (Sidhu Moosewala Murder Case Rajasthan connection) बढ़ता जा रहा है. इस हत्याकांड में जोधपुर से हथियार जाने की बात सामने आई है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के कमिश्नर एचएस धालीवाल ने मीडिया को यह बताया था कि हत्या कांड का मास्टरमाइंड लॉरेंस विश्नोई ही है. ऐसे में आशंका जताई जाने लगी है कि क्या इसकी प्लानिंग राजस्थान में रची गई थी.

Moosewala Murder Case lawrence connection
मूसेवाला मर्डर केस का लॉरेंस कनेक्शन
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Published : Jun 11, 2022, 10:43 PM IST

जोधपुर. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में राजस्थान का कनेक्शन (Sidhu Moosewala Murder Case Rajasthan connection) बढ़ता जा रहा है. घोषित आठ शूटर में शेखावाटी के सुभाष बानूडा का नाम सामने आया हुआ है. इसके अलावा जोधपुर से हथियार जाने की भी बात सामने आई है. लेकिन अब और बड़ा कनेक्शन होने की आशंका बढ़ गई है. क्योंकि हाल ही में दिल्ली स्पेशल सैल ने इस हत्याकांड के मुख्य शूटर के सहायक को पूणे से गिरफ्तार किया है.

इसको लेकर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के कमिश्नर एचएस धालीवाल ने मीडिया को यह बताया था कि हत्या कांड का मास्टरमाइंड लॉरेंस विश्नोई (Moosewala Murder Case lawrence connection) ही है. उसने खुद कबूला है. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि तिहाड़ जेल में बैठे बैठे उसने प्लानिंग कर ली तो यह दिल्ली पुलिस की विफलता नहीं है क्या? इस पर उन्होंने कहा कि हमने यह नही कहा कि कहां बैठ कर प्लानिंग की. वह कब से इस पर लगा हुआ था यह हमने नहीं कहा है. धालीवाल ने मीडिया को यह नहीं बताया कि लॉरेंस ने मूसेवाला को मारने की प्लानिंग कब और कहां की थी.

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने लॉरेंस को बताई है मास्टर माइंड

पढ़ें. लॉरेन्स बिश्नोई को फंसाया जा रहा सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में- वकील

लेकिन इतना कहा कि मास्टरमाइंड लॉरेंस विश्नेाई ही है. ऐसे में सात माह से तिहाड़ में बंद लॉरेंस ने यह प्लानिंग कहां की थी?. आशंका यह है कि तिहाड़ से पहले सर्वाधिक समय लॉरेंस ने राजस्थान की जेलों में निकाला था. ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या यह प्लानिंग वहां से हुई थी? क्योंकि 2017 में जोधपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और जून में उसे अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल भेज दिया था. इसके बाद से लगातार वह राजस्थान की जेलों में रहा था. ऐसे में मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग की होगी.

इसलिए है राजस्थान की जेल में प्लानिंग की आशंका: जोधपुर में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने से पहले लॉरेंस के भाई अनमोल ने जोधपुर व आस पास के बदमाशों के साथ मिलकर बडा नेटवर्क तैयार कर लिया था. उसके बाद यहां घटनाओं को अंजाम दिया गया था. लॉरेंस ने गिरफ्तारी के बाद सलमान खान को मारने की धमकी भी यहीं से देकर इलाके में अपना रूतबा बनाया. साथ ही जोधपुर जेल में रहने के दौरान कई बदमाशों से बड़े संपर्क बनाए. इसके अलावा आनंदपाल गैंग के लोगों की जेल में बैठे रहने केदौरान ही मदद भी की थी.

पढ़ें. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की चार दिन की पुलिस हिरासत बढ़ी

जून 2017 में जोधपुर जेल से लॉरेंस को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया था. इसके बाद उसे जनवरी 2018 में अजमेर से भरतपुर के सेवर स्थित जेल भेजा गया था. नवंबर 2020 में भरतपुर से वापस अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल भेजा गया था. यहां से कुछ समय के अंतराल में उसे जयपुर, मेरठ दिल्ली भेजा गया. पंजाब में मामलों की पेशी के लिए भी ले जाया गया. इसके बाद उसे वापस अजमेर हाईसिक्योरिटी जेल भेजा गया. यहां से अक्टूबर 2021 को उसे तिहाड़ की एक नंबर जेल भेज दिया गया. यानी की बीते छह साल में सबसे ज्यादा समय उसने राजस्थान की जेलों में ही निकाले थे.

महाकाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आई सामनेः इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के आयुक्त एचएस धालीवाल सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर के करीबी सहयोगी सिद्धेश हिरामन काम्ले उर्फ महाकाल की पूणे में हुई गिरफ्तारी के बाद समाने आए थे. हालांकि बहुत कम जानकारियां मीडिया से शेयर की थी. लेकिन तिहाड़ से प्लानिंग की बात को नकार दिया था. लेकिन यह भी बात भी बताई कि इस प्रकरण में लॉरेंस के रिश्ते का भाई सचिन विश्नोई ने भी मुख्य किरादार निभाया था. अभी वह भी पुलिस गिरफ्त से दूर है.

जोधपुर. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में राजस्थान का कनेक्शन (Sidhu Moosewala Murder Case Rajasthan connection) बढ़ता जा रहा है. घोषित आठ शूटर में शेखावाटी के सुभाष बानूडा का नाम सामने आया हुआ है. इसके अलावा जोधपुर से हथियार जाने की भी बात सामने आई है. लेकिन अब और बड़ा कनेक्शन होने की आशंका बढ़ गई है. क्योंकि हाल ही में दिल्ली स्पेशल सैल ने इस हत्याकांड के मुख्य शूटर के सहायक को पूणे से गिरफ्तार किया है.

इसको लेकर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के कमिश्नर एचएस धालीवाल ने मीडिया को यह बताया था कि हत्या कांड का मास्टरमाइंड लॉरेंस विश्नोई (Moosewala Murder Case lawrence connection) ही है. उसने खुद कबूला है. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि तिहाड़ जेल में बैठे बैठे उसने प्लानिंग कर ली तो यह दिल्ली पुलिस की विफलता नहीं है क्या? इस पर उन्होंने कहा कि हमने यह नही कहा कि कहां बैठ कर प्लानिंग की. वह कब से इस पर लगा हुआ था यह हमने नहीं कहा है. धालीवाल ने मीडिया को यह नहीं बताया कि लॉरेंस ने मूसेवाला को मारने की प्लानिंग कब और कहां की थी.

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने लॉरेंस को बताई है मास्टर माइंड

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लेकिन इतना कहा कि मास्टरमाइंड लॉरेंस विश्नेाई ही है. ऐसे में सात माह से तिहाड़ में बंद लॉरेंस ने यह प्लानिंग कहां की थी?. आशंका यह है कि तिहाड़ से पहले सर्वाधिक समय लॉरेंस ने राजस्थान की जेलों में निकाला था. ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या यह प्लानिंग वहां से हुई थी? क्योंकि 2017 में जोधपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और जून में उसे अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल भेज दिया था. इसके बाद से लगातार वह राजस्थान की जेलों में रहा था. ऐसे में मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग की होगी.

इसलिए है राजस्थान की जेल में प्लानिंग की आशंका: जोधपुर में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने से पहले लॉरेंस के भाई अनमोल ने जोधपुर व आस पास के बदमाशों के साथ मिलकर बडा नेटवर्क तैयार कर लिया था. उसके बाद यहां घटनाओं को अंजाम दिया गया था. लॉरेंस ने गिरफ्तारी के बाद सलमान खान को मारने की धमकी भी यहीं से देकर इलाके में अपना रूतबा बनाया. साथ ही जोधपुर जेल में रहने के दौरान कई बदमाशों से बड़े संपर्क बनाए. इसके अलावा आनंदपाल गैंग के लोगों की जेल में बैठे रहने केदौरान ही मदद भी की थी.

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जून 2017 में जोधपुर जेल से लॉरेंस को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया था. इसके बाद उसे जनवरी 2018 में अजमेर से भरतपुर के सेवर स्थित जेल भेजा गया था. नवंबर 2020 में भरतपुर से वापस अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल भेजा गया था. यहां से कुछ समय के अंतराल में उसे जयपुर, मेरठ दिल्ली भेजा गया. पंजाब में मामलों की पेशी के लिए भी ले जाया गया. इसके बाद उसे वापस अजमेर हाईसिक्योरिटी जेल भेजा गया. यहां से अक्टूबर 2021 को उसे तिहाड़ की एक नंबर जेल भेज दिया गया. यानी की बीते छह साल में सबसे ज्यादा समय उसने राजस्थान की जेलों में ही निकाले थे.

महाकाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आई सामनेः इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के आयुक्त एचएस धालीवाल सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर के करीबी सहयोगी सिद्धेश हिरामन काम्ले उर्फ महाकाल की पूणे में हुई गिरफ्तारी के बाद समाने आए थे. हालांकि बहुत कम जानकारियां मीडिया से शेयर की थी. लेकिन तिहाड़ से प्लानिंग की बात को नकार दिया था. लेकिन यह भी बात भी बताई कि इस प्रकरण में लॉरेंस के रिश्ते का भाई सचिन विश्नोई ने भी मुख्य किरादार निभाया था. अभी वह भी पुलिस गिरफ्त से दूर है.

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