जोधपुर. मीडिया से रूबरू होते हुए शेखावत ने कहा कि प्रारंभिक स्तर पर जो चूक हुईं और कमियां रहीं. उसके बाद जिस तरीके से जिला प्रशासन और अन्य सभी लोगों ने काम किया है, वह बहुत ही सराहनीय है. इसकी वजह से आज जोधपुर भी देश के अन्य शहरों में जो काम हो रहा है, उसमें बराबर है.
शेखावत ने राज्य सरकार पर निशाना साधने में देर नहीं की. उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस तरीके से इस महामारी को हैंडल किया है, अगर इसमें सजगता दिखाती तो जयपुर और जोधपुर के आज जैसे वर्तमान हालात नहीं होते. शेखावत ने कहा कि शुरुआत में जो चूक होने और कमियां होने से हमारे यहां कोरोना के नम्बर बढ़े थे, उससे सीखने की जरूरत है.
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उन्होंने कहा कि अगर यह वैश्विक बीमारी लंबे समय तक हमारे बीच रहती है तो इस अनुभव से हम अपने लोगों को बचा सकेंगे. शेखावत से जब यह पूछा गया कि अधिकारियों की बैठक में आपने कामकाज के तरीकों को लेकर कुछ अधिकारियों से नाराजगी भी जताई तो उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से जिन कुछ अधिकारियों को जो व्यवहार करना चाहिए था नहीं किया. ऐसे में मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उनको बताऊं कि जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करना चाहिए.
गौरतलब है कि करीब दो माह बाद जोधपुर आए केंद्रीय मंत्री ने डीआरडीओ हॉल में जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने नगर निगम की कार्यशैली और नगर निगम आयुक्त की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मेरे 10 एसएमएस करने पर भी जवाब नहीं दिया, यह उचित नहीं है.