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'संजीवनी' ने हजारों लोगों का जीवन ही बर्बाद कर डाला, जांच के लिए बयान देने वाले परिवार ने बताई कहानी

प्रदेश में आदर्श को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले के बाद सामने आए संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के घोटाले ने मारवाड़ के हजारों परिवारों का भविष्य बर्बाद कर दिया है. एक अनुमान के मुताबिक जोधपुर शहर में ही 20 से 30 हजार निवेशक हैं, जिनके सैंकडों करोड़ रुपये फंसे पड़े हैं.

jodhpur news, संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाला
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Published : Sep 21, 2019, 8:52 PM IST

जोधपुर. मारवाड़ के हजारों परिवारों ने अपने परिवार के सुनहरे भविष्य को लेकर संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में निवेश किए थे. लेकिन अब उनकी आस लगातार टूटती जा रही है. तीन माह तक एसओजी ने जोधपुर में जांच करते समय एसओजी के अफसर निवेशकों को रकम वापस मिलने की बात कहते थे, लेकिन अब 'संजीवनी' के मालिक विक्रम सिंह इंद्रोई की गिरफ्तारी के बाद अब निवेशकों को कह रहे हैं कि विक्रम सिंह कुछ भी देने को तैयार नहीं है.

क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाला

हमने उसे आधे रुपये लौटाने का भी प्रस्ताव दिया, लेकिन वह तैयार नहीं है. शनिवार को जयपुर में एसओजी को बयान देकर लौटी जोधपुर की पिंकी अग्रवाल ने बताया कि एसओजी के अधिकारियों की मानें तो रकम वापस मिलना संभव नहीं है. पिंकी के पिता ने अपनी दोनों बेटियों के विवाह के लिए जमा जिंदगी भर की पूंजी 22 लाख रुपये संजीवनी में निवेश किए थे. लेकिन अब अग्रवाल परिवार पूरी तरह से टूट गया है.

पढ़ें : बाड़मेर में तेज रफ्तार का कहर...सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत

वे बताते हैं कि किराए मकान में रह रहा हूं, बेटियों की शादी कैसे होगी? पत्नी हार्ट की मरीज है. जब से संजीवनी के घोटाले के बारे में सुनी है वह बीमार है. अग्रवाल का गुस्सा इस बात पर भी है कि जब तीन माह पहले एसओजी ने जोधपुर में जांच शुरू की तो कंपनी के पास रुपये थे, लेकिन अब खाली कैसे हो गई. जबकि किसी को भुगतान नहीं किया गया.

जोधपुर. मारवाड़ के हजारों परिवारों ने अपने परिवार के सुनहरे भविष्य को लेकर संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में निवेश किए थे. लेकिन अब उनकी आस लगातार टूटती जा रही है. तीन माह तक एसओजी ने जोधपुर में जांच करते समय एसओजी के अफसर निवेशकों को रकम वापस मिलने की बात कहते थे, लेकिन अब 'संजीवनी' के मालिक विक्रम सिंह इंद्रोई की गिरफ्तारी के बाद अब निवेशकों को कह रहे हैं कि विक्रम सिंह कुछ भी देने को तैयार नहीं है.

क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाला

हमने उसे आधे रुपये लौटाने का भी प्रस्ताव दिया, लेकिन वह तैयार नहीं है. शनिवार को जयपुर में एसओजी को बयान देकर लौटी जोधपुर की पिंकी अग्रवाल ने बताया कि एसओजी के अधिकारियों की मानें तो रकम वापस मिलना संभव नहीं है. पिंकी के पिता ने अपनी दोनों बेटियों के विवाह के लिए जमा जिंदगी भर की पूंजी 22 लाख रुपये संजीवनी में निवेश किए थे. लेकिन अब अग्रवाल परिवार पूरी तरह से टूट गया है.

पढ़ें : बाड़मेर में तेज रफ्तार का कहर...सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत

वे बताते हैं कि किराए मकान में रह रहा हूं, बेटियों की शादी कैसे होगी? पत्नी हार्ट की मरीज है. जब से संजीवनी के घोटाले के बारे में सुनी है वह बीमार है. अग्रवाल का गुस्सा इस बात पर भी है कि जब तीन माह पहले एसओजी ने जोधपुर में जांच शुरू की तो कंपनी के पास रुपये थे, लेकिन अब खाली कैसे हो गई. जबकि किसी को भुगतान नहीं किया गया.

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Body:एसओजी की माने तो संजीवनी का मालिक रकम नहीं लौटाना चाहता
—जांच के लिए बयान देने वाले परिवार ने बताई कहानी

जोधपुर। प्रदेश में आदर्श कॉपरेटिव सोसायटी के घोटाले के बाद सामने आए संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के घोटाले में मारवाड के हजारों परिवारों का भविष्य बर्बाद कर दिया है। एक अनुमान के मुताबिक जोधपुर शहर में ही 20 से तीस हजार निवेशक है, जिनके सैंकडों करोड रुपए अटक गए हैं जो उन्होंने अपने परिवार का सुनहरे भविष्य बनाने के लिए संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी में निवेश किए थे। लेकिन अब उनकी आस लगातार टूटती जा रही है तीन माह तक एसओजी ने जोधपुर में जांच करते समय जो एसओजी के अफसर निवेशकों को रकम वापस मिलने की बात कहते थे लेकिन अब संजीवनी के मालिक विक्रमसिंह इंद्रोई की गिरफ्तारी के बाद अब निवेशकों को कह रहे हैं कि विक्रमसिंह कुछ भी देने केा तैयार नहीं है, हमने उसे  आधे रुपए लौटाने का भी प्रस्ताव दिया लेकिन वह तैयार नहीं है। शनिवार को जयपुर में एसओजी को बयान देकर लोटी जोधपुर की पिंकी अग्रवाल ने बताया कि एसओजी के अधिकारियों की माने तो रकम वापस मिलना संभव नहीं है। पिंकी के पिता ने अपनी दोनों बेटियों के विवाह के लिए जमा जिंदगी भर की पूंजी 22 लाख रुपए संजीवनी में निवेश किए थे, लेकिन अब अग्रवाल परिवार पूरी तरह से टूट गया है। वे बताते हैं कि किराए मकान में रह रहा हूं बेटियों की शादी कैसे होगी? पत्नी हार्ट की मरीज है। जब से संजीवनी के घोटाले के बारे में सुना है वह बीमार है। अग्रवाल का गुस्सा इस बात पर भी है कि जब तीन माह पहले एसओजी ने जोधपुर में जांच शुरू की तो कंपनी के पास रुपए थे लेकिन अब खाली कैसे हो गई जबकि किसी को भुगतान नहीं किया गया।

बाईट 1सूर्यप्रकाश अग्रवाल निवेशक
बाईट 2 पिंकी अग्रवाल निवेशक


Conclusion:
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