जोधपुर. चिकित्सकों ने रोबोटिक सर्जरी के जरिए एक और सफल ऑपरेशन किया है. आहार नली की सिकुड़न को दूर करने के लिए किए गए इस ऑपरेशन में महज 8 मिमी का चीरा लगा. गंगानगर के एक युवक की तेजाब पीने से आहार नली सिकुड़ गई थी. नली की सिकुड़न दूर करने के लिए जोधपुर एम्स के चिकित्सकों ने रोबोटिक सर्जरी का रास्ता अपनाया.
जोधपुर एम्स के निदेशक डॉ संजीव मिश्रा ने बताया कि यह ऑपरेशन पूरी तरह से रोबोट से आइवर लुइस तकनीक द्वारा किया गया. महज 8 मिलीमीटर के चीरे से ऑपरेशन कर आहार नली की सिकुड़न दूर की गई. एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ एमके गर्ग ने बताया कि युवक लंबे समय से मुंह से कुछ आहार नहीं ले पा रहा था. उसके पेट में एक नली लगाकर उसे आहार दिया जा रहा था.
सामान्य परिस्थितियों में इस तरह के ऑपरेशन के लिए लंबे चीरे लगाने पड़ते हैं, लेकिन डॉक्टर्स ने यह तय किया कि रोबोटिक सर्जरी से ही उसका ऑपरेशन किया जाए. इसके लिए डॉ वैभव वाष्णैय, डॉ सेल्वाकुमार, डॉ सुभाष और डॉ पीयूष की एक टीम बनाई गई जिसने और रोबोट के माध्यम से इस ऑपरेशन को पूर्ण किया.
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डॉ वैभव के अनुसार गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में पेट से जुड़ी जटिल बीमारियों के उपचार किए जा रहे हैं. इस ऑपरेशन में रोबोट द्वारा ऑपरेशन के दौरान पेट और छाती के बीच सिर्फ 8 मिलीमीटर के चार चीरे लगाए गए. सामान्य तरीके से सर्जरी करने में इन चीरों की लंबाई बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. मरीज को रिकवरी में भी समय लगता है. इस ऑपरेशन के बाद युवक को चौथे दिन मुंह से आहार देना शुरू कर दिया. उसके बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया.