ETV Bharat / city

रविंद्र सिंह भाटी बोले, वैभव गहलोत के चुनाव में कूदने से तय हो गया था कि हम जीत रहे हैं

जोधपुर जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में एसएफआई के अरविंद सिंह भाटी ने बड़ी जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया है. हालांकि, इस जीत से पहले बड़ा संघर्ष भी हुआ. पूरा चुनाव जातिगत में समीकरणों में उलझा रहा, लेकिन इस चुनाव में अरविंद सिंह भाटी को अध्यक्ष बनाने में सबसे बड़ी भूमिका पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी की रही. रविंद्र सिंह भाटी किंग मेकर बने.

Ravindra Singh Bhati JNVU
रविंद्र सिंह भाटी
author img

By

Published : Aug 28, 2022, 5:37 PM IST

जोधपुर. वैभव गहलोत के चुनाव में कूदने से तय हो गया था कि हम चुनाव जीत रहे हैं. यह कहना है (JNVU Student Election Result) जेएनवीयू के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी का. एनएसयूआई से अरविंद सिंह का टिकट कटने के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने पूरे चुनाव की कमान अपने हाथ में ली और चुनाव को इतना बड़ा बना दिया कि हर तरफ चर्चा होने लगी. रविवार को जोधपुर में ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान उन्होंने बड़ी बात कही.

भाटी ने कहा कि इस चुनाव में जिस दिन वैभव गहलोत की एंट्री हुई, उस दिन हमें लगा कि हम बहुत मजबूत हैं और यह तभी तय हो गया था कि चुनाव हम ही जीतेंगे. अन्यथा राजकुमार को क्यों आना पड़ा. वैभव गहलोत ने कई मीटिंग कर पार्षदों और विधायकों को मौदान में उतारा, उन्हें एक्टिव किया. लेकिन वे छात्र शक्ति के आगे नहीं टीके. जबकि पूरी सरकारी मशीनरी अरविंद सिंह को हराने को प्रयासरत थी. हमारे खिलाफ थी. हमें धरने देने पड़े.

रविंद्र सिंह भाटी ने क्या कहा

गौरतलब है कि अध्यक्ष पद के चुनाव में एसएफआई के अरविंद सिंह भाटी ने (SFI Wins JNVU Election) एनएसयूआई के हरेंद्र चौधरी को 905 मतों से हराया था. इस पूरे चुनाव में रविंद्र सिंह भाटी ने अरविंद सिंह के रथ को कृष्ण बनकर चलाया. कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया.

पढे़ं : गहलोत के गढ़ में एनएसयूआई की करारी हार, वैभव का जोर भी काम नहीं आया

हमें 36 कौमों का साथ मिला : पूरा चुनाव जातिगत हुआ, इससे जातिवाद को बढ़ावा मिलने के सवाल पर रविंद्र सिंह ने कहा कि जातिगत की बात कमजोर पक्ष ने की. उनको विश्वास नहीं था. ऐसे चुनाव में समाज को पूरे जाजम पर आना पड़ता है. समाज आया, लेकिन हमें 36 कौमों का साथ मिला. जो सभी को साथ लेकर चलता है वही जीतता है. सभी विद्यार्थियों ने अरविंद सिंह को वोट दिया, उससे हम चुनाव जीते हैं. कुछ लोगों ने इसे जातिगत बनाकर तोड़ने की कोशिश की, लेकिन युवा वर्ग बहुत समझदार है. मुंह तोड़ जवाब दिया.

पढे़ं : JNVU में राजपूत प्रत्याशी अरविंद सिंह ने 905 वोटों से जीते

आगे जनता जो कहेगी वो करूंगा : अगले साल दो चुनाव होंगे, छात्रसंघ चुनाव और विधानसभा चुनाव. रविंद्र सिंह भाटी खुद 2019 में जेएनवीयू अध्यक्ष बने थे. कोविड के दौरान भी सक्रिय रहे. कैंपस में काम करते रहे. इस दौरान चुनाव नहीं हुए. भाटी ने अपना कद बढ़ाया, जिसके बूते दो साल बाद भी खुद के दम पर अरविंद सिंह को अध्यक्ष बना दिया. भाटी सक्रिय राजनीति में जाने की तैयारी में हैं. विधानसभा चुनाव के लिए (Ravindra Singh Bhati JNVU) तैयारी कर रहे हैं. इसको लेकर उनका कहना है कि जो जनता कहेगी वो करूंगा.

जोधपुर. वैभव गहलोत के चुनाव में कूदने से तय हो गया था कि हम चुनाव जीत रहे हैं. यह कहना है (JNVU Student Election Result) जेएनवीयू के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी का. एनएसयूआई से अरविंद सिंह का टिकट कटने के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने पूरे चुनाव की कमान अपने हाथ में ली और चुनाव को इतना बड़ा बना दिया कि हर तरफ चर्चा होने लगी. रविवार को जोधपुर में ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान उन्होंने बड़ी बात कही.

भाटी ने कहा कि इस चुनाव में जिस दिन वैभव गहलोत की एंट्री हुई, उस दिन हमें लगा कि हम बहुत मजबूत हैं और यह तभी तय हो गया था कि चुनाव हम ही जीतेंगे. अन्यथा राजकुमार को क्यों आना पड़ा. वैभव गहलोत ने कई मीटिंग कर पार्षदों और विधायकों को मौदान में उतारा, उन्हें एक्टिव किया. लेकिन वे छात्र शक्ति के आगे नहीं टीके. जबकि पूरी सरकारी मशीनरी अरविंद सिंह को हराने को प्रयासरत थी. हमारे खिलाफ थी. हमें धरने देने पड़े.

रविंद्र सिंह भाटी ने क्या कहा

गौरतलब है कि अध्यक्ष पद के चुनाव में एसएफआई के अरविंद सिंह भाटी ने (SFI Wins JNVU Election) एनएसयूआई के हरेंद्र चौधरी को 905 मतों से हराया था. इस पूरे चुनाव में रविंद्र सिंह भाटी ने अरविंद सिंह के रथ को कृष्ण बनकर चलाया. कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया.

पढे़ं : गहलोत के गढ़ में एनएसयूआई की करारी हार, वैभव का जोर भी काम नहीं आया

हमें 36 कौमों का साथ मिला : पूरा चुनाव जातिगत हुआ, इससे जातिवाद को बढ़ावा मिलने के सवाल पर रविंद्र सिंह ने कहा कि जातिगत की बात कमजोर पक्ष ने की. उनको विश्वास नहीं था. ऐसे चुनाव में समाज को पूरे जाजम पर आना पड़ता है. समाज आया, लेकिन हमें 36 कौमों का साथ मिला. जो सभी को साथ लेकर चलता है वही जीतता है. सभी विद्यार्थियों ने अरविंद सिंह को वोट दिया, उससे हम चुनाव जीते हैं. कुछ लोगों ने इसे जातिगत बनाकर तोड़ने की कोशिश की, लेकिन युवा वर्ग बहुत समझदार है. मुंह तोड़ जवाब दिया.

पढे़ं : JNVU में राजपूत प्रत्याशी अरविंद सिंह ने 905 वोटों से जीते

आगे जनता जो कहेगी वो करूंगा : अगले साल दो चुनाव होंगे, छात्रसंघ चुनाव और विधानसभा चुनाव. रविंद्र सिंह भाटी खुद 2019 में जेएनवीयू अध्यक्ष बने थे. कोविड के दौरान भी सक्रिय रहे. कैंपस में काम करते रहे. इस दौरान चुनाव नहीं हुए. भाटी ने अपना कद बढ़ाया, जिसके बूते दो साल बाद भी खुद के दम पर अरविंद सिंह को अध्यक्ष बना दिया. भाटी सक्रिय राजनीति में जाने की तैयारी में हैं. विधानसभा चुनाव के लिए (Ravindra Singh Bhati JNVU) तैयारी कर रहे हैं. इसको लेकर उनका कहना है कि जो जनता कहेगी वो करूंगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.