जोधपुर. भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार इस बार तीन अगस्त को मनाया जाएगा. इसकी तैयारियां शुरू हो गई है. बाजारों में राखी की दुकानें सजने लगी हैं. बिक्री भी शुरू हो गई है. बाजार मेंं इस बार स्वदेशी राखियों पर ही जोर दिया जा रहा है. खास बात यह भी है कि लॉकडाउन में राखी निर्माण ने कई लोगों को रोजगार भी दिया है. जोधपुर में सामान्यतः हाथ से बनी राखियों का ही चलन है.
राखी निर्माण से बीस वर्षों से जुड़े शेर सिंह का कहना है कि यूं तो साल पर भर राखी निर्माण का काम चलता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन था, जिसके चलते काम में देरी से हुई है. फिर भी ऑर्डर में कोई कमी नहीं है. सभी जगहों से ऑर्डर मिल रहे हैं और बिक्री भी शुरू हो चुकी है. शेरसिंह का कहना है कि राखी निर्माण ने कई लोगों को रोजगार भी दिया है. लॉकडाउन से पहले अहमदाबाद मेंं काम करने वाले विकास प्रजापति जोधपुर अपने घर आ गया है. काम को लेकर वह बहुत परेशान था, लेकिन राखी निर्माण ने उसे काम दिया है.
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राखी खरीदने आई प्रीति ने बताया कि उनका भाई बाहर रहता थाा. लेकिन लॉकडाउन के चलते उनका भाई इस बार जोधपुर में है, तो उनके लिए इस बार राखी का विशेष महत्व है. राखी बिक्री से जुड़े अमर सांखला का कहना है कि राखी की बिक्री में कोई कमी नहीं है. बाजार में खरीददारी शुरू हो चुकी है. चीन के सामान पर सांखला का कहना है कि इस बार चीन की करतूत के बाद तो लोग पूछ लेते हैं कि चीन की तो नहीं है, हम स्वदेशी पर जोर दे रहे हैं.