ETV Bharat / city

राजस्थानी भाषा, साहित्य और लोक सांस्कृतिक प्रतियोगिता का समापन, शोधार्थियों को किया गया पुरस्कृत - जोधपुर खबर

शनिवार को जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभाग में राजस्थानी भाषा और लोक साहित्य प्रतियोगिता का समापन समारोह आयोजित किया गया. जिसके तहत शोधार्थियों को विभाग की ओर से पुरस्कृत किया गया.

राजस्थानी साहित्य प्रतियोगिता समापन, Rajasthani literature competition concludes
राजस्थानी साहित्य प्रतियोगिता समापन
author img

By

Published : Feb 9, 2020, 9:54 AM IST

जोधपुर. जिले के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभाग में चल रहा राजस्थानी भाषा और लोक साहित्य प्रतियोगिता का शनिवार को समापन हुआ. इस 6 दिवसीय कार्यक्रम में अलग-अलग शोधार्थियों ने राजस्थानी भाषा सहित मायड़ भाषा को लेकर अपने-अपने विचार रखे.

राजस्थानी भाषा और लोक साहित्य प्रतियोगिता का समापन

कार्यक्रम संयोजक डॉ धनंजया अमरावत ने बताया, कि राजस्थानी भाषा, मायड़ भाषा सहित दूसरे विषयों पर व्याख्यान देने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया. 3 फरवरी से 8 फरवरी तक ''राजस्थानी भाषा और मायड़ भाषा का वर्तमान समय में महत्त्व' विषय पर व्याख्यान हुआ. राजस्थानी विभाग में अलग-अलग प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हुआ, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

इस कार्यक्रम के जरिए सभी छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों को वर्तमान समय में मायड़ भाषा की अहमियत की जानकारी दी गई. राजस्थानी विभागाध्यक्ष ने बताया, कि भविष्य में भी छात्र-छात्राओं को मायड़ भाषा से रूबरू करवाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.

जोधपुर. जिले के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभाग में चल रहा राजस्थानी भाषा और लोक साहित्य प्रतियोगिता का शनिवार को समापन हुआ. इस 6 दिवसीय कार्यक्रम में अलग-अलग शोधार्थियों ने राजस्थानी भाषा सहित मायड़ भाषा को लेकर अपने-अपने विचार रखे.

राजस्थानी भाषा और लोक साहित्य प्रतियोगिता का समापन

कार्यक्रम संयोजक डॉ धनंजया अमरावत ने बताया, कि राजस्थानी भाषा, मायड़ भाषा सहित दूसरे विषयों पर व्याख्यान देने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया. 3 फरवरी से 8 फरवरी तक ''राजस्थानी भाषा और मायड़ भाषा का वर्तमान समय में महत्त्व' विषय पर व्याख्यान हुआ. राजस्थानी विभाग में अलग-अलग प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हुआ, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

इस कार्यक्रम के जरिए सभी छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों को वर्तमान समय में मायड़ भाषा की अहमियत की जानकारी दी गई. राजस्थानी विभागाध्यक्ष ने बताया, कि भविष्य में भी छात्र-छात्राओं को मायड़ भाषा से रूबरू करवाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.

Intro:जोधपुर
जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले राजस्थानी विभाग में चल रहे राजस्थानी भाषा सांस्कृतिक और लोक साहित्य प्रतियोगिता का शनिवार को समापन किया गया लगभग 7 दिवसीय तक चले इस कार्यक्रम में अलग-अलग शोधार्थियों द्वारा राजस्थानी भाषा सहित मायड़ भाषा को लेकर अपने-अपने विचार प्रकट किए गए शनिवार को जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभाग में कार्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया गया। जिसके तहत शोधार्थियों को विभाग द्वारा पुरस्कृत किया गया।



Body:कार्यक्रम के संयोजक डॉ धनंजया अमरावत ने बताया कि 3 फरवरी से 8 फरवरी तक चले इस कार्यक्रम में राजस्थानी भाषा मायड़ भाषा सहित अन्य विषयों पर व्याख्यान करने वाले छात्र-छात्राओं को शनिवार को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में राजस्थानी भाषा लोक साहित्य और संस्कृति के व्याख्यान ओपन विजेता रहे अलग-अलग छात्र छात्राओं को राजस्थानी विभाग की तरफ से पुरस्कार प्रदान किए गए। 3 फरवरी से 8 फरवरी तक चले इस कार्यक्रम में राजस्थानी भाषा मायड़ भाषा का वर्तमान समय में क्या महत्त्व है इस बारे में व्याख्यान किए गए इसी के साथ राजस्थानी विभाग में अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया कार्यक्रम करवाने का मुख्य उद्देश्य वर्तमान समय में मायड़ भाषा की क्या अहमियत है इस बारे में सभी छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों को जानकारी दी गई राजस्थानी विभागाध्यक्ष ने बताया कि भविष्य में भी छात्र-छात्राओं को मायड़ भाषा से रूबरू करवाने हेतु ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।Conclusion:स्पीच डॉ धनंजय अमरावत कार्यक्रम संयोजक
स्पीच कैलाश कौशल हिंदी विभागाध्यक्ष
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.