जोधपुर. जिले के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभाग में चल रहा राजस्थानी भाषा और लोक साहित्य प्रतियोगिता का शनिवार को समापन हुआ. इस 6 दिवसीय कार्यक्रम में अलग-अलग शोधार्थियों ने राजस्थानी भाषा सहित मायड़ भाषा को लेकर अपने-अपने विचार रखे.
कार्यक्रम संयोजक डॉ धनंजया अमरावत ने बताया, कि राजस्थानी भाषा, मायड़ भाषा सहित दूसरे विषयों पर व्याख्यान देने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया. 3 फरवरी से 8 फरवरी तक ''राजस्थानी भाषा और मायड़ भाषा का वर्तमान समय में महत्त्व' विषय पर व्याख्यान हुआ. राजस्थानी विभाग में अलग-अलग प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हुआ, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
इस कार्यक्रम के जरिए सभी छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों को वर्तमान समय में मायड़ भाषा की अहमियत की जानकारी दी गई. राजस्थानी विभागाध्यक्ष ने बताया, कि भविष्य में भी छात्र-छात्राओं को मायड़ भाषा से रूबरू करवाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.