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नर्सिंग कर्मियों के टीएसपी क्षेत्र से तबादले करने के आदेशों पर राजस्थान हाईकोर्ट की रोक

राज्य सरकार द्वारा गत दिनों किए गए ताबड़तोड़ तबादलों के साइड इफेक्ट अब नजर आने लगे हैं. हाईकोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई करते हुए कहा है कि सरकार की ओर से किए गए तबादलों में बनाए गए नियमों की पालना नहीं हुई है.

Rajasthan High court Jodhpur, नर्सिंगकर्मियों के तबादले
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Published : Oct 14, 2019, 6:27 PM IST

जोधपुर. राज्य सरकार ने वर्ष 2014 में नीतिगत फैसला करते हुए टीएसपी क्षेत्र में नियुक्ति पाने वाले नर्सिंग कर्मियों का तबादला नॉन टीएसपी क्षेत्र में नई करने के आदेश जारी किए थे लेकिन हाल ही में हुए तबादलों में 300 ऐसे मामले सामने आए हैं. जिनमें टीएसपी से नॉन टीएसपी तबादले कर दिए गए इसके अलावा नॉन टीएसपी से भी टीएसपी क्षेत्र में भी कई तबादले हुए हैं.

टीएसपी क्षेत्रों से नर्सिंगकर्मियों के तबादलों पर हाईकोर्ट की रोक

इसको लेकर उदयपुर जिले के सुनील अहारी ने राजस्थान हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर खुद के टीएसपी क्षेत्र से नॉन टीएसपी क्षेत्र में तबादला करने के स्वास्थ विभाग के निदेशक के आदेशों को चुनौती देकर रोक लगाने की गुहार लगाई गई. जिस पर राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश अरुण भंसाली ने सरकारी वकील को तलब कर सवाल पूछा.

पढ़ेंः गहलोत कैबिनेट का बड़ा फैसलाः मीसा और डीआरआई बंदियों को स्वतंत्रता सेनानी मानने से इनकार...सुविधाओं पर भी तत्काल प्रभाव से रोक

हाईकोर्ट ने पूछा जब सरकार ने खुद ही नियम बनाया है तो उसकी पालना क्यों नहीं हो रही है. कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 24 अक्टूबर को रखी है लेकिन साथ ही इस तरह के तबादलों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने के आदेश दिए हैं. याचिकाकर्ता ने 29 सितंबर को चिकित्सा विश्वास विभाग के निदेशक द्वारा जारी आदेशों को चुनौती दी थी जिसे न्यायालय ने स्वीकार करते हुए तबादलों पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं इस आदेश से करीब 300 लोगों को राहत मिलेगी.

जोधपुर. राज्य सरकार ने वर्ष 2014 में नीतिगत फैसला करते हुए टीएसपी क्षेत्र में नियुक्ति पाने वाले नर्सिंग कर्मियों का तबादला नॉन टीएसपी क्षेत्र में नई करने के आदेश जारी किए थे लेकिन हाल ही में हुए तबादलों में 300 ऐसे मामले सामने आए हैं. जिनमें टीएसपी से नॉन टीएसपी तबादले कर दिए गए इसके अलावा नॉन टीएसपी से भी टीएसपी क्षेत्र में भी कई तबादले हुए हैं.

टीएसपी क्षेत्रों से नर्सिंगकर्मियों के तबादलों पर हाईकोर्ट की रोक

इसको लेकर उदयपुर जिले के सुनील अहारी ने राजस्थान हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर खुद के टीएसपी क्षेत्र से नॉन टीएसपी क्षेत्र में तबादला करने के स्वास्थ विभाग के निदेशक के आदेशों को चुनौती देकर रोक लगाने की गुहार लगाई गई. जिस पर राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश अरुण भंसाली ने सरकारी वकील को तलब कर सवाल पूछा.

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हाईकोर्ट ने पूछा जब सरकार ने खुद ही नियम बनाया है तो उसकी पालना क्यों नहीं हो रही है. कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 24 अक्टूबर को रखी है लेकिन साथ ही इस तरह के तबादलों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने के आदेश दिए हैं. याचिकाकर्ता ने 29 सितंबर को चिकित्सा विश्वास विभाग के निदेशक द्वारा जारी आदेशों को चुनौती दी थी जिसे न्यायालय ने स्वीकार करते हुए तबादलों पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं इस आदेश से करीब 300 लोगों को राहत मिलेगी.

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Body:जोधपुर राज्य सरकार द्वारा गत दिनों किए गए ताबड़तोड़ तबादलों के साइड इफेक्ट अब नजर आने लगे हैं सरकार की ओर से किए गए तबादलों में सरकार के बनाए गए नियमों की पालना नहीं हुई है। सरकार ने वर्ष 2014 में नीतिगत फैसला करते हुए टीएसपी क्षेत्र में नियुक्ति पाने वाले नर्सिंग कर्मियों का तबादला नॉन टीएसपी क्षेत्र में नई करने के आदेश जारी किए थे लेकिन हाल ही में हुए तबादलों में 300 ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें टीएसपी से नॉन टीएसपी तबादले कर दिए गए इसके अलावा नॉन टीएसपी से भी टीएसपी क्षेत्र में भी कई तबादले हुए हैं इसको लेकर उदयपुर जिले के सुनील अहारी ने राजस्थान हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर खुद के टीएसपी क्षेत्र से नॉन टीएसपी क्षेत्र में तबादला करने के स्वास्थ विभाग के निदेशक के आदेशों को चुनौती देकर रोक लगाने की गुहार लगाई गई जिस पर राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश अरुण भंसाली ने सरकारी वकील को तलब कर पूछा कि जब सरकार ने खुद ही नियम बनाया है तो उसकी पालना क्यों नहीं हो रही है कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 24 अक्टूबर को रखी है लेकिन साथ ही इस तरह के तबादलों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने के आदेश दिए हैं याचिकाकर्ता ने 29 सितंबर को चिकित्सा विश्वास विभाग के निदेशक द्वारा जारी आदेशों को चुनौती दी थी जिसे न्यायालय ने स्वीकार करते हुए तबादलों पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं इस आदेश से करीब 300 लोगों को राहत मिलेगी।

बाईट रिपुदमन सिंह, अधिवक्ता याचिकाकर्ता


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