जयपुर. राजस्थान स्टेट गैस राज्य के 9 जिलों में पाइप लाइन से गैस वितरण कार्य के लिए होने वाली बीडिंग में हिस्सा लेंगी. माइंस और पेट्रोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और चेयरमेन आरएसजीएल डॉ. सुबोध अग्रवाल ने यह निर्देश बुधवार को सचिवालय में आयोजित समीक्षा बैठक में दिए.
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के पेट्रोल और नेचुरल गैस नियामक बोर्ड की ओर से जल्दी ही पाइप लाइन के माध्यम से घरेलू गैस वितरण के लिए राजस्थान सहित देश के कई शहरों के लिए बीडिंग करने जा रही है.
एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इस समय राज्य के 19 जिलों में पाइप लाइन से गैस वितरण कार्य के लिए अलग-अलग संस्थाएं काम कर रही हैं. इन संस्थाओं से समन्वय और प्रगती की समीक्षा राज्य स्तर पर की जाएगी ताकि पीएनजी कार्य को गति दी जा सके.
उन्होंने बताया कि राज्य के कोटा शहर और मध्यप्रदेश के ग्वालियर और श्योपुर में गैस पाइप लाइन से गैस वितरण का कार्य राजस्थान गैस की ओर से किया जा रहा है. डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य के शेष 14 जिलों में से निर्धारित भौगोलिक क्षेत्रों में राजस्थान के बीकानेर और चुरु, झुन्झुनू, सीकर, नागौर, दौसा, करौली, सवाई माधोपुर और टोंक के लिए पीएनजीआरबी की ओर से बीडिंग होगी जिसमें आरएसजीएल की ओर से हिस्सा लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि पाइप लाइन से घरेलू गैस वितरण सस्ती, 24 घंटें गैस की उपलब्धता और बुकिंग कराने की झंझट से मुक्ति दिलाने वाली है. इसके साथ ही ग्रीन एनर्जी का माध्यम है.
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि पाइप लाइन से वितरित गैस घरेलू गैस सिलेण्डर से भी 42 प्रतिशत सस्ती है. इसी तरह से पीएनजी से वाहनों के लिए उपलब्ध गैस सस्ती है. उन्होंने बताया कि कोटा में पाइप लाइन से घरेलू गैस वितरण का कार्य तेजी से जारी है.
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बैठक में आरएसजीएल के एमडी मोहन सिंह ने बताया कि आरएसजीएल की ओर से कोटा शहर में युद्ध स्तर पर शहरी गैस वितरण नेटवर्क विकसित करते हुए 7 सीएनजी स्टेशनों की स्थापना की जा चुकी है. आगामी एक माह में कोटा में तीन नए सीएनजी स्टेशन तैयार कर दिए जाएंगे. कोटा के साथ ही आरएसजीएल की ओर से मध्यप्रदेश के ग्वालियर और श्योपुर में भी शहरी गैस वितरण व्यवस्था का नेटवर्क विकसित करने का काम जारी है. दोनों ही स्थानों पर एक-एक सीएनजी स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं.