जोधपुर. सूर्य नगरी में बारिश का दौर जारी है. मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक जोधपुर में 64 एमएम बारिश मौसम विभाग ने दर्ज की है. पूरी रात रुक-रुक कर तेज बारिश हुई, जिसके चलते शहर के भीतर प्राचीन जल स्त्रोत रानीसर और पदमसर ओवर फ्लो हो गए. इसे स्थानीय भाषा में ओटा होना कहते हैं. ओटा की वजह से पानी गली मोहल्लों में बहने लगा. इस बीच मंगलवार रात खेतानाड़ी में एक मकान गिर गया जिससे 4 सदस्य उसके नीचे दब गए.
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने लोगों के साथ मिलकर घर के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला. इस दौरान मकान की एक महिला सदस्य रमजाना की मौत हो गई और तीन लोग घायल (house collapsed in Jodhpur). बारिश के देखते हुए बुधवार को जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने जिले के सभी विद्यालयों में अवकाश की घोषणा की (rain holiday in jodhpur ) है.
रानीसर पदमसर हुए ओटा: मेहरानगढ़ की तलहटी में स्थित रानीसर और पदमसर जोधपुर के प्राचीन जल स्त्रोत है. यह उसी स्थिति में ओवर फ्लो होते हैं जब अच्छी बारिश (Rain in Jodhpur) होती है. पूरी पहाड़ी का पानी यहां से संग्रहित होता है. किसी जमाने में इनका पानी पीने के काम आता था. इसका ओवर फ्लो होना शुभ माना जाता है. आज बुधवार सुबह जब पानी इन सरोवरों से बाहर आया, तो लोगों ने वहां पूजा-अर्चना की. इसी तरह से शहर में कई बावड़ियां भी पानी से भर गई हैं.
भारी पड़ा मंगल को मानसून: जोधपुर में मंगलवार को हुई बारिश के चलते अलग-अलग हादसों में छह जाने चलीं गईं. बावड़ी में चार बच्चे पानी में डूब गए, जबकि शहर के बाहर बेरी गंगा झरने में एक युवक की बहने से मौत हो गई. देर रात शहर की जनता कॉलोनी में मकान ढह जाने से एक महिला की मौत हो गई. जबकि तीन घायल हो गए.