जोधपुर. कोरोना के बाद डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में सोमवार से नियमित पढ़ाई शुरू होने के साथ ही रैगिंग की घटना भी शुरू हो गई है. सोमवार से कक्षाएं शुरू होने से पहले छात्र शुक्रवार और शनिवार को ही हॉस्टल में छात्र-छात्राएं पहुंचने लगे. जिसके बाद से ही सीनियर-जूनियर का खेल शुरू हो गया.
कॉलेज सूत्रों का कहना था कि शनिवार को दो मेडिकोज की एक सीनियर ने रैगिंग ली. जिसकी शिकायत भी दी गई, लेकिन प्रिसिपल कार्यालय के निर्देश पर राजीनामा करवा दिया गया. सोमवार रात को भी एक छात्रा के परिजन की शिकायत प्रिंसिपल के पास पहुंची. जिस पर रात को डॉ. नीलम मीणा हॉस्टल पहुंची, जब मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जीएल मीणा से इस बारे में पूछा गया, तो उनका कहना था कि कक्षाएं वापस शुरू हुई है. ऐसे में रैगिंग होने का डर रहता है.
डॉ. नीलम मीणा हॉस्टल गई थी, रूम एलोटमेंट को लेकर कोई इश्यू था. किसी तरह की घटना नहीं, हो इसके चलते रात 11 बजे तक हॉस्टल के बाहर मॉनिटरिंग की है, लेकिन डॉ. जीएल मीणा ने 9 जनवरी को हुई रैगिंग से इनकार करते हुए कहा कि आपस में झगड़ा हुआ था. उन्होंने बताया कि एक फरवरी से नया सत्र शुरू होगा. ऐसे में रैगिंग की घटनाएं नहीं हो, इसके चलते एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक 16 जनवरी को बुलाने के निर्देश दिए हैं.
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गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में आए दिन रैगिंग होना आमबात है, लेकिन शनिवार को सत्र 2018-19 के छात्रों की रैगिंग की घटना के बाद पूरा प्रशासन सकते में है. वहीं अभी कोई इस पर बोलने को तैयार नहीं है.