जोधपुर. मासूमों को पौष्टिक आहार मिल सके, इसके लिए जोधपुर के काजरी संस्थान ने एक न्यूट्री प्लेटर तैयार किया है. यह न्यूट्री प्लेटर 3 से 6 साल के उम्र के बच्चों के लिए (CAZRI will Provide Nutritious Food for Children) तैयार किया गया है. इससे बच्चों को सभी तरह के प्रोटीन व विटामिन मिल सकेगी. खास बात यह है कि इस प्लेटर में सर्वाधिक बाजरे का उपयोग किया गया है, जो काफी पौष्टिक होता है. साथ ही इससे बच्चों में मोटापे का खतरा नहीं होता है.
इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की जोधपुर इकाई केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनसुंधान संस्थान काजरी (The Central Arid Zone Research Institute) ने इसके लिए दस एग्रो स्टार्टप यूनिट बनाई है. जिसमें कृषक महिलाओं को इस तरह के खाद्य पदार्थ बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है. इसका उद्देश्य महिलाओं की आमदनी बढ़ाना और उन्हें काम से भी जोड़ना है. काजरी के ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी एंड ट्रेनिंग डिविजन की प्रमुख एवं इस प्रोजेक्ट की मुख्यिा डॉ. प्रतिभा तिवारी का कहना है कि भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय ने इसे वित्त पोषित किया है. रेलवे प्लेटफार्म व हवाई जहाज में शुद्ध भोजन के रूप में इस प्लेटर को दिया जा सकता है. इस पर आगे भी अनुसंधान चल रहा है. फिलहाल, काजरी में प्रयोगिक तौर पर इनका उत्पादन हो रहा है. बच्चों के साथ साथ बडे़ भी इसे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं.
इस तरह का है न्यूट्री प्लेटरः डॉ. तिवारी का कहना है कि इस प्लेटर में बाजरा बहुतायत है. इसके अलावा स्थानीय वस्तुएं जैसे काचरा, बैर खजूर को शामिल किया है. खास तौर से इस तरह से बनाया गया है कि आंगनबाड़ियों में बच्चों को जो खाना मिला है, उसके साथ इसे शामिल किया जाए. जिससे उन्हें सभी पोषक तत्व मिल जाएं. इस प्लेटर से बच्चों को दस ग्राम प्रोटीन 500 कैलोरी देता है. वे बताती हैं कि लोग बाजरे की रोटी तक सीमित हैं. लेकिन हमने इसकी मठरी, चॉकलेट, कुरकुरे साथ ही काचरे का मेलोसिप बनाया है. साथ में टमाटर का सॉस दिया है. प्रशिक्षित महिलाएं आंगनबाड़ी को आपूर्ति कर सकती हैं.
पढ़ें : स्पेशल: CAZRI में लहलहाई खजूर की फसल, खारे पानी में भी पनपता है खजूर
फास्ट फूड से कहीं ज्यादा बेहतरः डॉ. तिवारी ने बताया कि इस न्यूट्री प्लेटर में फाइबर (Nutri Platter will Make Children Healthy) बहुत रिच है. जिंक व आयरन भी बहुत अच्छी मात्रा में उपलब्ध है. हाइजेनिक रूप से बनाया जाता है. यह फास्ट फूड से कहीं ज्यादा फायदेमंद है. यह मोटापा नियंत्रित करता है. राजस्थान में बाजारा सर्वाधिक होता है. इसके प्रोडक्ट बनना शुरू होंगे तो स्टेट की इनकम बढ़ेगी साथ ही कृषकों को भी फायदा होगा.