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खाटू श्याम जी लक्खी मेले में भंडारे की राशि बढ़ाने का विरोध, सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन - राजस्थान न्यूज

सीकर के प्रसिद्ध खाटू श्याम जी के मंदिर में मेले आयोजन किया जा रहा है. मेले में लगने वाले भंडारों के लिए मंदिर प्रबंधन की ओर से वसूली जाने वाली राशि इस बार बढ़ा दी गई है. जिसका विश्व हिंदू परिषद ने विरोध किया है. साथ ही जोधपुर महानगर विहिप परिषद के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जोधपुर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा.

Khatu Shyam temple jodhpur, लक्खी मेला न्यूज सीकर
लक्खी मेले में भंडारे की राशि बढ़ाने का विरोध
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Published : Mar 6, 2020, 11:14 AM IST

जोधपुर. राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में इन दिनों लक्खी मेले का आयोजन जारी है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंच रहे हैं. इस मेले में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु बाबा के नाम के भंडारे में प्रसादी ग्रहण करते है. मंदिर का प्रबंधन देवस्थान विभाग की ओर से किया जाता है और इसके लिए सरकार ने प्रशासक भी नियुक्त कर रखा है.

लक्खी मेले में भंडारे की राशि बढ़ाने का विरोध

ऐसे में इस बार मेले में मंदिर के आस-पास क्षेत्र में भंडारा लगाने के लिए शुल्क में अत्यधिक बढ़ोतरी कर दी गई है, जबकि भंडारे का प्रयोजन आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा करने और उन्हें जलपान की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराना होता है, लेकिन सरकार ने इस बार भंडारे लगाने का शुल्क 2100 रुपए से बढ़ाकर 21000 और 11000 कर दिया है जो हिंदू समाज की आस्था पर बहुत बड़ी चोट है.

पढ़ें- खाटू मेला: 14 किलोमीटर के दायरे में 200 भंडारे, हर दिन 2 करोड़ रुपए खर्च कर रहे सेवादार

विश्व हिंदू परिषद ने अपने लिखित ज्ञापन में सरकार पर आरोप भी लगाया की वह सिर्फ हिंदू समाज के लोगों को प्रताड़ित करने के लिए इस तरह का शुल्क लगाती है, जबकि अन्य धर्मों के आयोजनों पर शुल्क नहीं लगाती है. इसको लेकर जोधपुर महानगर विहिप परिषद के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जोधपुर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा. इसमें कहा गया है कि इस तरह की बढ़ोतरी हिंदुओं की भावनाओ के साथ खिलवाड़ है.

गौरतलब है कि इन दिनों खाटू श्याम जी में लक्खी मेला चल रहा है. इसके तहत शुक्रवार को एकादशी का विशाल मेला आयोजित हो रहा है. जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.

जोधपुर. राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में इन दिनों लक्खी मेले का आयोजन जारी है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंच रहे हैं. इस मेले में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु बाबा के नाम के भंडारे में प्रसादी ग्रहण करते है. मंदिर का प्रबंधन देवस्थान विभाग की ओर से किया जाता है और इसके लिए सरकार ने प्रशासक भी नियुक्त कर रखा है.

लक्खी मेले में भंडारे की राशि बढ़ाने का विरोध

ऐसे में इस बार मेले में मंदिर के आस-पास क्षेत्र में भंडारा लगाने के लिए शुल्क में अत्यधिक बढ़ोतरी कर दी गई है, जबकि भंडारे का प्रयोजन आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा करने और उन्हें जलपान की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराना होता है, लेकिन सरकार ने इस बार भंडारे लगाने का शुल्क 2100 रुपए से बढ़ाकर 21000 और 11000 कर दिया है जो हिंदू समाज की आस्था पर बहुत बड़ी चोट है.

पढ़ें- खाटू मेला: 14 किलोमीटर के दायरे में 200 भंडारे, हर दिन 2 करोड़ रुपए खर्च कर रहे सेवादार

विश्व हिंदू परिषद ने अपने लिखित ज्ञापन में सरकार पर आरोप भी लगाया की वह सिर्फ हिंदू समाज के लोगों को प्रताड़ित करने के लिए इस तरह का शुल्क लगाती है, जबकि अन्य धर्मों के आयोजनों पर शुल्क नहीं लगाती है. इसको लेकर जोधपुर महानगर विहिप परिषद के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जोधपुर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा. इसमें कहा गया है कि इस तरह की बढ़ोतरी हिंदुओं की भावनाओ के साथ खिलवाड़ है.

गौरतलब है कि इन दिनों खाटू श्याम जी में लक्खी मेला चल रहा है. इसके तहत शुक्रवार को एकादशी का विशाल मेला आयोजित हो रहा है. जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.

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