जोधपुर. जोधपुर एसीबी ने बुधवार को बनाड़ रोड स्थित एक निजी नर्सिंग कॉलेज भरत स्कूल ऑफ नर्सिंग के उपप्राचार्य को 4 हजार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित की अगुवाई में यह कार्रवाई एसीबी के नंबर पर मिली जानकारी के आधार पर की गई.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया मूलतः चुरू जिले के बीदासर निवासी गणेशदास ने एसीबी के टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज करवाई थी कि जिस मशीन कॉलेज से उसने डिप्लोमा किया है, उस कॉलेज की ओर से अब रजिस्ट्रेशन के नाम पर 7000 रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है. बाद में जोधपुर कार्यलय में गणेश दास पुत्र ओम प्रकाश एक लिखित रिपोर्ट पेश कर एसीबी को बताया कि उसने वर्ष 2016-17 में जनरल नर्सिंग एवं मिडवाइफरी कोर्स के लिए राजस्थान नर्सिंग काउंसिल जयपुर के अधीनस्थ भरत स्कूल ऑफ नर्सिंग जोधपुर में प्रवेश लिया था. जहां उसने वर्ष 2020-21 मई 3 वर्षीय नर्सिंग एवं मिडवाइफरी कोर्स कर परीक्षा पास की. उसको प्रवेश कॉलेज की मैनेजमेंट सीट से हुआ था एवं उसने कॉलेज की आज तक की लीगल फीस भर रखी है.
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भारत स्कूल ऑफ नर्सिंग कॉलेज में कार्यरत अमोलक राम तवर ने उसके डिप्लोमा के रजिस्ट्रेशन देने के एवज में 7000 रुपए की राशि की मांग की है, जिसमें से 3000 वह उससे पहले ही ले चुका है, लेकिन अब 4000 रुपए की ओर मांग कर रहा है. जनकी नर्सिंग कॉउंसिल में यह फीस 2 हजार रुपए ही है. बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के उसके डिप्लोमा का सही उपयोग नहीं हो सकता. रजिस्ट्रेशन नंबर देने के एवज में राम तंवर 4000 रुपए रिश्वत राशि की अतिरिक्त मांग कर रहा है. परिवादी की रिपोर्ट के बाद एसीबी ने जाल बिछाया तथा सत्यापन के बाद 4000 की रिश्वत राशि मांगना पाया गया, जिसके बाद अमोलक राम तंवर प्राचार्य को कॉलेज के सामने कार्यालय कक्ष में 4000 की तलाशी के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.