जोधपुर. कोरोना महामारी के वजह से लगाए गए लॉकडाउन के चलते स्कूलों को 3 महीने पहले बंद कर दिया गया था. जिसके बाद बच्चों की पढ़ाई बर्बाद ना हो, इसके लिए स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर दी थी. लेकिन ये ऑनलाइन क्लासेस अब अभिभावकों के गले का रोड़ा बन गई है, क्योंकि स्कूल प्रबंधन बच्चों के परिजनों पर ऑनलाइन क्लासेस का पैसे देने का दबाव बना रहे हैं.
कोरोना की वजह से सभी का धंधा मंदा पड़ा है. ऐसे में इतनी भारी रकम चुकाना इन अभिभावकों के लिए नामुमकिन सा है. वहीं दूसरी ओर स्कूलों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस ही दी जाएंगी. ऐसे में जिनके घर में 2-3 बच्चे हैं, उनके लिए मोबाइल या लैपटॉप खरीदना अभिभावकों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है.
इसके विरोध में जोधपुर में परिजनों ने सोमवार को हंगामा किया और जमकर नारेबाजी की. परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन अब उन पर ऑनलाइन पढ़ाई की फीस जमा कराने के लिए दबाव बना रहा है. साथ ही आगे भी ऑनलाइन पढ़ाई करवाने को कह रहे हैं, जबकि उनके दो या तीन बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं. ऐसे में एक ही समय में 2 से 3 बच्चों के लिए मोबाइल खरीदना, मुमकिन नहीं है.
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ऐसे में परिजनों ने स्कूल प्रबंधन के समक्ष अपनी बात रखनी चाही, लेकिन परिजनों का कहना है कि प्रबंधन से जुड़े लोग उनसे बात करने को तैयार ही नहीं हैं और ना ही कोई उनकी समस्या सुनना चाहता हैं. ऐसे में परिजनों ने स्कूल के बाहर हंगामा किया और स्कूल प्रबंधन पर मनमर्जी करने का आरोप लगाते हुए इसका जमकर विरोध किया.
परिजनों का आरोप है कि कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण पिछले 3 महीनों से उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा है और रोजगार के लाले पड़ गए हैं. ऐसे में फीस पटा पाना बेहद मुश्किल है. लेकिन ये स्कूल वाले ऑनलाइन पढ़ाई का पैसा देने का हम पर दबाव बना रहे हैं. इतना ही नहीं, घर में 2-3 बच्चे हैं, सभी को मोबाइल दे पाना संभव ही नहीं है. वहीं, परिजनों के हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को शांत करवाया.