जोधपुर. राष्ट्रपति रहते हुए प्रणब मुखर्जी ने जोधपुर की दो यात्राएं की थी. पहली यात्रा में 10 जुलाई 2013 को आईआईटी जोधपुर के पहले दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रणबदा पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने जोधपुर आईआईटी के दीक्षांत समारोह की बदली हुई वेशभूषा को सराहा था.
इसके अलावा उन्होंने आईआईटी के छात्रों से कहा था कि उन्हें देश के लोकतांत्रिक आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए. प्रणब मुखर्जी ने विद्यार्थियों से कहा था कि हमें ऐसे नागरिक तैयार करने में देश की सहायता करनी चाहिए, जो अपने अधिकारों और उत्तरदायित्व को समझ सके.
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उन्होंने छात्रों से ये भी कहा था कि उनको भारत के सुंदर और जटिल लोकतंत्र की मजबूती में भी सहभागिता निभानी चाहिए. अपनी इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति ने जोधपुर के ग्रामीणों से भी मुलाकात की थी. उनके साथ तत्कालीन राज्यपाल मार्गेट अल्वा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे.
इसके बाद दूसरी बार बतौर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 3 अगस्त, 2015 की शाम को जोधपुर पहुंचे थे. उन्होंने 4 अगस्त को वायु सेना स्टेशन में आयोजित प्रेसिडेंशियल स्टैंडर्ड समारोह में वायुसेना की 21 स्वाड्रन और 116 हेलिकॉप्टर यूनिटों को प्रेसिडेंशियल स्टैंडर्ड प्रदान किया था. कांग्रेस नेता के तौर पर भी उन्होंने जोधपुर की यात्रा की थी. यूपीए का चुनाव प्रचार करने के लिए भी जोधपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने जोधपुर के व्यापारी और बुद्धिजीवी वर्ग की होटल में बैठक ली थी.