जोधपुर. महिला वेंडर्स को प्रोत्साहित करने और उनका व्यापार के प्रति उत्साह बढ़ाने के लिए सूर्यनगरी में पहली बार पिंक वेंडिंग जोन विकसित किया (pink vending zone for women in Jodhpur) जाएगा. इस जोन में सिर्फ पिंक कियोस्क लगाए जाएंगे.
राजस्थान में संभवतः जोधपुर पहला शहर होगा जहां पर महिला वेंडर्स के लिए विशेष जोन बनाया जा रहा है. इसके लिए कियोस्क तैयार कर लिए गए हैं. बारिश के बाद जोन शुरू होगा. इसके लिए जगह चिह्नित करने का काम चल रहा है. महापौर वनीता सेठ ने बताया कि पहले चरण में हम 10 कियोस्क लगा रहे हैं. एक कियोस्क पर दो महिलाएं होंगी. ऐसी जगह चिह्नित की जा रही है जिसमें 30 कियोस्क लगाए जा सकें.
शहर में छह हजार से ज्यादा वेंडर्स: शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में छह हजार से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स हैं. महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए इनमें से उन्हें चिह्नित किया जा रहा है. जिनकी संख्या बहुत कम सामने आई है. ज्यादातर प्रमुख जगह जैसे शास्त्री सर्किल, सरदारपुरा, जालौरी गेट, चोहाबो पर पुरूष वेंडर्स ही ज्यादा हैं. अब नए पिंक वेंडिंग जोन के माध्यम से महिलाओं को आगे लाने के उद्देश्य से कियोस्क आवंटित किए जाएंगे. महापौर ने बताया कि कोरोना के बाद पीएम मोदी ने वेंडर्स के रूप में महिलाओं को सशक्त बनाने की वकालत की थी. उसी कड़ी में यह प्रयास किया जा रहा है. जिससे महिलाएं सफल उद्यमी बन सकें.
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महिलाओं का शक्तिकरण होगा: पायलट प्रोजेक्ट के तहत 10 कियोस्क लगाए जा रहे हैं. जिनका संचालन महिलाएं ही करेंगी. इनके ड्रेस कोड भी एक जैसे ही होंगे. पहले चरण में सरदारपुरा क्षेत्र को पिंक वेंडिंग जोन करने का प्रयास चल रहा है. महापौर ने बताया कि इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बारिश के सीजन के चलते इसमें देरी हुई है. जल्द ही इसके आवंटन व अन्य प्रक्रिया को पूरी कर लिया जाएगा. इस व्यवस्था का पहला चरण सफल होने पर पिंक वेंडिंग जोन की संख्या बढ़ाई जाएगी. जोधपुर से पहले उत्तर प्रदेश के नोएडा और प्रयागराज में इस तरह के जोन का प्रयोग लागू किया गया जो काफी सफल रहा है. अब जोधपुर शहर में यह नवाचार हो रहा है.