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Special: जन अनुशासन पखवाड़े में नहीं दिखा अनुशासन, बिगड़े हालात...बेड नहीं, अब कुर्सियों पर देना पड़ रही ऑक्सीजन

कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज होती जा रही है. सरकार और प्रशासन की ओर से लगातार अभियान चलाए जाने के बाद भी स्थिति बेकाबू होती दिख रही है. सरकार की ओर से हाल ही में जन अनुशासन पखवाड़ा भी शुरू किया है लेकिन सप्ताह भर में जो हालात हैं, उसे देखकर नहीं लगता कि जनता ने इस अनुशासन पखवाड़े को गंभीरता से लिया है. उल्टा इस दौरान मरीजों की संख्या में और इजाफा हो गया है. हालात ये हैं कि अस्पतालों में बेड नहीं हैं और मरीजों को कुर्सी-स्ट्रेचर पर ही ऑक्सीजन दी जा रही है.

जन अनुशासन पखवाड़ा फेल , Public Discipline Fortnight Failed , Public did not follow the guidelines,  Number of corona patients increased in Jodhpur
जोधपुर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी
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Published : Apr 27, 2021, 8:22 PM IST

जोधपुर. सरकार ने जनअनुशासन पखवाड़ा इसलिए लागू किया था कि इससे लोग अनुशासित होंगे और कोरोना संक्रमण की रफ्तार रुकेगी, लेकिन कोरोना के जो हालात चल रहे हैं, उससे लगता नहीं कि जनता ने अनुशासन की पालना की है. इसका परिणाम है कि अस्पतालों में आज कोरोना संक्रमितों की कतारें लगी हुई हैं. अब जोधपुर के हालात भी बडे़ शहरों जैसे होने लगे हैं. मंंगलवार से एमडीएम अस्पताल में बेड की कमी के चलते वेटिंग एरिया में लगी कुसियों पर ही मरीजों को ऑक्सीजन पर रखा जाने लगा है. इसकी वजह है कि प्रतिदिन रोगियों का बढ़ता आंकड़ा. यहां दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमण की दर लगातार बढ़ रही है जिसके चलते बीते 11 दिनों से हर दिन 1 हजार से ज्यादा संक्रमित समाने आ रहे हैं.

जोधपुर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी

पढ़ें: CM के गृह जिले में तैयार हुआ कोरोना मरीजों के लिए AC वेलनेस सेंटर, मुफ्त मिलेगा नाश्ता-लंच और डिनर

हाल ही में एक बार यह आंकड़ा एक दिन 2 हजार से भी ज्यादा पहुंच गया था. इस दौरान 19 अप्रैल से लागू हुए जनअनुशासन पखवाडे़ के बाद जो संक्रमण की दर सामने आई वह भी चिंताजनक हैं. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबॉयलोजी प्रयोगशाला में बीते एक सप्ताह में संक्रमण दर 35 फीसदी से अधिक रही है. 26 अप्रैल को तो पूरे शहर में जांचे गए 3697 नमूनों में 1711 पॉजिटिव मामले सामने आए. संक्रमण दर 46 फीसदी तक पहुंच गई है.

यानी की लगभग हर दूसरे व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, जो बताता है कि जनअनुशासन पखवाडे़ में भी जनता कितनी अनुशासित रह रही है, वह अस्पतालों की स्थिति से नजर आ रहा है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसएस राठौड़ का कहना है कि जनता से अपील है कि वे घरों में रहें जिससे इस चेन को ब्रेक किया जा सके. वहीं एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी का कहना है कि जिस गति से संक्रमण दर बढ़ रही है, वह बेहद चिंताजनक है. इस लिए लोग स्वयं सावधानी रखें.

जन अनुशासन पखवाड़ा फेल , Public Discipline Fortnight Failed , Public did not follow the guidelines,  Number of corona patients increased in Jodhpur
खास-खास

पढ़ें: SPECIAL : कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही न हों परेशान...सीटी स्कैन, चेस्ट X-Ray और रेमडेसीविर इंजेक्शन की सब को नहीं है जरूरत

सारे प्रयास विफल

जोधपुर में जनअनुशासन पखवाड़ा लगने के बाद से पुलिस व प्रशासन की टीमें लगातार लोगों को घरों में रहने व बाजारों में कम से कम जाने के लिए प्रतिदिन रूटमार्च व दुकानों की जांच कर रहे हैं. चालान भी काटे जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद जनता लापरवाही बरत रही है.

तेजी से बढ़ रहा मौत का आंकड़ा

जोधपुर में जिस गति से संक्रमण दर में तेजी आई है, उसी के अनुरूप मौतों की संख्या भी बढ़ रही है. सोमवार 26 अप्रैल को 43 मौतें हुईं हैं जिनमें मेडिकल कॉलेज के महात्मा गांधी अस्पताल में 18, एमडीएम अस्पताल में 22 व आईडीआई सेंटर में 1 व एम्स में 2 रोगियों की मौत हुई है. यह एक दिन में अब तक की सर्वाधिक मौतें हुई हैं. जबकि सरकार ने सिर्फ 15 मौतें ही बताई हैं.

जोधपुर में कोरोना की फैक्ट फाइल

  • अप्रैल के 26 दिनों में 24307 मरीज संक्रमित, 7945 डिस्चार्ज, 280 मरीजों की मौत.
  • 11 दिनों में 17582 पॉजिटिव, 6098 डिस्चार्ज और 242 मौतें हुईं.
  • 1 जनवरी से अब तक 27154 संक्रमित, 10319 डिस्चार्ज और 314 मौतें हुई हैं.
  • शहर में पिछले 11 दिनों से लगातार एक हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं.

जोधपुर. सरकार ने जनअनुशासन पखवाड़ा इसलिए लागू किया था कि इससे लोग अनुशासित होंगे और कोरोना संक्रमण की रफ्तार रुकेगी, लेकिन कोरोना के जो हालात चल रहे हैं, उससे लगता नहीं कि जनता ने अनुशासन की पालना की है. इसका परिणाम है कि अस्पतालों में आज कोरोना संक्रमितों की कतारें लगी हुई हैं. अब जोधपुर के हालात भी बडे़ शहरों जैसे होने लगे हैं. मंंगलवार से एमडीएम अस्पताल में बेड की कमी के चलते वेटिंग एरिया में लगी कुसियों पर ही मरीजों को ऑक्सीजन पर रखा जाने लगा है. इसकी वजह है कि प्रतिदिन रोगियों का बढ़ता आंकड़ा. यहां दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमण की दर लगातार बढ़ रही है जिसके चलते बीते 11 दिनों से हर दिन 1 हजार से ज्यादा संक्रमित समाने आ रहे हैं.

जोधपुर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी

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हाल ही में एक बार यह आंकड़ा एक दिन 2 हजार से भी ज्यादा पहुंच गया था. इस दौरान 19 अप्रैल से लागू हुए जनअनुशासन पखवाडे़ के बाद जो संक्रमण की दर सामने आई वह भी चिंताजनक हैं. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबॉयलोजी प्रयोगशाला में बीते एक सप्ताह में संक्रमण दर 35 फीसदी से अधिक रही है. 26 अप्रैल को तो पूरे शहर में जांचे गए 3697 नमूनों में 1711 पॉजिटिव मामले सामने आए. संक्रमण दर 46 फीसदी तक पहुंच गई है.

यानी की लगभग हर दूसरे व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, जो बताता है कि जनअनुशासन पखवाडे़ में भी जनता कितनी अनुशासित रह रही है, वह अस्पतालों की स्थिति से नजर आ रहा है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसएस राठौड़ का कहना है कि जनता से अपील है कि वे घरों में रहें जिससे इस चेन को ब्रेक किया जा सके. वहीं एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एमके आसेरी का कहना है कि जिस गति से संक्रमण दर बढ़ रही है, वह बेहद चिंताजनक है. इस लिए लोग स्वयं सावधानी रखें.

जन अनुशासन पखवाड़ा फेल , Public Discipline Fortnight Failed , Public did not follow the guidelines,  Number of corona patients increased in Jodhpur
खास-खास

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सारे प्रयास विफल

जोधपुर में जनअनुशासन पखवाड़ा लगने के बाद से पुलिस व प्रशासन की टीमें लगातार लोगों को घरों में रहने व बाजारों में कम से कम जाने के लिए प्रतिदिन रूटमार्च व दुकानों की जांच कर रहे हैं. चालान भी काटे जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद जनता लापरवाही बरत रही है.

तेजी से बढ़ रहा मौत का आंकड़ा

जोधपुर में जिस गति से संक्रमण दर में तेजी आई है, उसी के अनुरूप मौतों की संख्या भी बढ़ रही है. सोमवार 26 अप्रैल को 43 मौतें हुईं हैं जिनमें मेडिकल कॉलेज के महात्मा गांधी अस्पताल में 18, एमडीएम अस्पताल में 22 व आईडीआई सेंटर में 1 व एम्स में 2 रोगियों की मौत हुई है. यह एक दिन में अब तक की सर्वाधिक मौतें हुई हैं. जबकि सरकार ने सिर्फ 15 मौतें ही बताई हैं.

जोधपुर में कोरोना की फैक्ट फाइल

  • अप्रैल के 26 दिनों में 24307 मरीज संक्रमित, 7945 डिस्चार्ज, 280 मरीजों की मौत.
  • 11 दिनों में 17582 पॉजिटिव, 6098 डिस्चार्ज और 242 मौतें हुईं.
  • 1 जनवरी से अब तक 27154 संक्रमित, 10319 डिस्चार्ज और 314 मौतें हुई हैं.
  • शहर में पिछले 11 दिनों से लगातार एक हजार से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं.
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