जोधपुर. शहर में एक बार फिर क्यू आर कोड भेजकर ऑनलाइन ठगी की गई है. मामला इस बार ओएलएक्स पर मोबाइल बेचने से जुड़ा हुआ है. देव नगर थाने में वैभव मेहता ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसने अपना मोबाइल ओएलएक्स पर बेचने के लिए डाला था, जिस पर सामने से खरीदार ने रुचि दिखाते हुए मोल भाव शुरू कर दी है. फोन का सौदा भी तय हो गया और जब भुगतान का समय आया तो खरीदने वाले ने वैभव मेहता को क्यूआर कोड भेज दिए और कहा कि इसे स्कैन कर लें, आपके खाते में भुगतान आ जाएगा.
इस पर मेहता ने क्यूआर कोड स्कैन किए, तो थोड़ी देर में ही उनके खाते से अलग अलग से ट्रांजैक्शन हुए और 48,000 रुपये खाते से निकल गए. यह देख मेहता सन्न रह गए, क्योंकि भुगतान उनके खाते में आना था, इसके बजाय चला गया. इसके बाद देव नगर थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई. देव नगर थाना पुलिस ने आईटी एक्ट में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. थाना अधिकारी सोमकरण ने बताया कि क्यूआर कोड स्कैन करने से यह ठगी हुई है.
क्यूआर कोड सिर्फ भुगतान करने के लिए...
आम लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि क्यूआर कोड से सिर्फ भुगतान हो सकता है. यानी कि पैसा जाएगा, किसी सूरत में इससे भुगतान प्राप्त नहीं कर सकते. लेकिन, इसके बावजूद लोग ठगों के झांसे में आ जाते हैं और मोबाइल पर आने वाले स्कैन कोड के लिंक को एक्टिव करते हैं, जिसके बाद उनके खाते से राशि पार हो जाती है. जोधपुर में बीते दिनों ऐसे 2 मामले पहले भी सामने आ चुके हैं.