जोधपुर. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के अध्यक्ष और जिला एवं सेशन न्यायाधीश नरसिंह दास व्यास के निर्देश पर गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जोधपुर महानगर के सचिव और अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सिद्धेश्वर पुरी ने गुरुकृपा मानसिक विमंदित गृह और आंगनवा का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने गुरुकृपा मानसिक विमंदित गृह और आंगनवा में निवासरत मानसिक विमंदितों के निवास स्थान की साफ-सफाई, सोने की व्यवस्था और केयर टेकर उपलब्धता की जांच की. साथ ही उन्हें दिए जाने वाले नाश्ते और भोजन की व्यवस्था का भी निरीक्षण किया.
इसके अलावा उन्होंने वहां पर कार्यरत सभी कर्मचारियों को मास्क, दस्ताने और सैनिटाइजर का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, पिछले महीने निरीक्षण के दौरान अस्वस्थ मिले बच्चे के स्वास्थ्य के संबंध में भी जानकारी ली. मनोविकार विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार उस बच्चे में मानसिक रोग के लक्षण नहीं थे. लेकिन उसकी शारीरिक स्थिति हिमोग्लोबिन की कमी के कारण गंभीर प्रतीत हो रही थी. इसलिए उसे तुरंत ही मेडिसिन विभाग में रेफर कर भर्ती किया गया था. साथ ही चिकित्सालय में बच्चे की देखरेख खुद गुरुकृपा मानसिक विमंदित गृह के इंचार्ज जगदीश ने की थी.
केन्द्र प्रबन्धक ने बताया गया कि, बच्चे को 4 यूनिट ब्लड चढ़ाया गया था. अब उसकी की सेहत में काफी सुधार हुआ है. प्राधिकरण के चिकित्सा विभाग को निर्देशित किए जाने से उसका समुचित इलाज हो सका है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद गुरुवार को उसकी चिकित्सा जांच करवाई गई है और 10 दिन बाद उसकी दोबारा जांच कराई जाएगी. वहीं, प्राधिकरण ने भी उसकी समय-समय पर जांच कराकर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं.