जोधपुर. शहर में पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर न्यू पेंशन स्कीम एंप्लॉय फेडरेशन ऑफ राजस्थान के तत्वाधान में रविवार को एक रैली निकाली गई. साथ ही कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर के बाहर प्रदर्शन कर नई पेंशन स्कीम के विरोध में नारेबाजी की.
शहर में कोरोना के कहर को देखते हुए रैली में शामिल सभी लोगों ने मुंह पर मास्क लगा रखा था. वहीं कर्मचारियों ने बताया कि 1 जनवरी 2004 के बाद नियुक्त 4 लाख राज्य कर्मचारियों और अधिकारियों को सरकार द्वारा पेंशन की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है. जिससे प्रदेश के कर्मचारियों में गहरा रोष व्याप्त है.
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राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों की पेंशन के नाम पर म्यूचल फंड योजना लागू कर रखी है. जिसमें कर्मचारियों के वेतन भत्तों से 10 प्रतिशत राशि और निजी कंपनियों के माध्यम से शहर के मार्केट में निवेश की जा रही है. जिससे कर्मचारियों को काफी नुकसान हो रहा है.
कर्मचारियों का कहना है कि 1 जनवरी 2004 के बाद नियुक्त राज्य कर्मचारी, अधिकारी और उनके परिवारों की सामाजिक सुरक्षा राज्य सरकार द्वारा छीन ली गई है. इसी को लेकर रविवार को जिले के सैकड़ों एनपीएस कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर रैली के माध्यम से जोधपुर जिला कलेक्टर पहुंचे.
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जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जोधपुर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पुरानी पेंशन योजना को वापस बहाल करने की मांग की. साथ ही उन्होंने बताया कि अगर समय रहते राज्य सरकार द्वारा पुरानी पेंशन योजना बहाल नहीं की गई, तो आने वाले समय में कर्मचारियों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी.