जोधपुर. राष्ट्रीय बालिका दिवस पर रविवार को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से बालिका अधिकार चेतना सप्ताह पर वेबिनार के माध्यम से राज्य स्तरीय समापन समारोह आयोजित किया गया. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष व राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संगीत लोढा की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समापन समारोह झालामंड स्थित उच्च न्यायालय भवन से किया गया.
वर्चुअल समापन समारोह में स्वागत उद्बोधन में सदस्य सचिव रालसा बृजेन्द्र जैन ने सभी प्रतिभागियों को बालिका दिवस की बधाई देते हुए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान तीन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया. जिसके अन्तर्गत आकाशवाणी पर हौंसले की उड़ान कार्यक्रम का प्रसारण किया गया. जिसमें बालिकाओं से सम्बंधित कानूनों, जन कल्याणकारी योजनाओं तथा महिला अधिकारों के बारे में बताया गया.
पढ़ें: दौसा: अपनी मांगों पर अड़े राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, धरना दूसरे दिन भी जारी
बालिका दिवस के अवसर पर दो विशेष कार्यक्रमों का आयोजन टीवी के माध्यम से एवं वर्चुअल माध्यम से किया गया. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष व राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संगीत लोढा ने अपने उद्बोधन में कहा कि गार्गी, मैत्रेयी, प्रतिभा पाटिल, अहिल्या, मीरा बाई जैसी महान नारियों के समान कोई भी बालिका महानता को छू सकती है. बालिकाओं को भी उनका अनुसरण करते हुए अपनी प्रतिभा को विस्तार देना चाहिए.
उन्होने यह संदेश भी दिया कि किसी भी बदलाव की शुरूआत सर्वप्रथम अपने घर से ही होती है. बदलाव अपरिहार्य है और समाज को बदलना ही होगा. बालिकाओं को भी बालकों के समान बराबरी का अधिकार देना होगा. राज्य स्तरीय वेबिनार में सजंय निराला, बाल अधिकार विशेषज्ञ, यूनीसेफ, सौरभ स्वामी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा राजस्थान, गायत्री राठौड़ सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर ने अपने अपने विचार व्यक्त किये.