जोधपुर. शहर में जिला प्रशासन ने एक बार फिर सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों के लिए मोबाइल ओपीडी वैन की सुविधा शुरू कर दी है. इसके तहत मंगलवार को जोधपुर के 9 जोन में मोबाइल ओपीडी वैन घरों में जाकर मरीजों का उपचार करेंगी.
जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह और विधायक मनीषा पवार ने मोबाइल ओपीडी वैन को हरी झंडी दिखाई. कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति से निवेदन है कि अगर उन्हें सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार है तो वह इंतजार नहीं करें और उपचार से जुड़े. घर बैठकर इंतजार करने पर कोरोना और ज्यादा खतरनाक हो जाता है.
उन्होंने कहा कि डॉक्टर और स्टाफ को लक्ष्य दिया है कि प्रत्येक बुखार के रोगी को कोरोना रोगी मानकर ही उसे उपचार दिया जाए. जिससे समय रहते रोग आगे नहीं फैले. विधायक मनीषा पवार ने कहा कि मोबाइल वैन से लोगों को घर बैठे उपचार की सुविधा मिल रही है. ऐसे में लोगों को बाहर आकर जरूर उपचार लेना चाहिए.
नगर निगम उत्तर की महापौर कुंती परिहार ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करना चाहती है, इसके लिए घर-घर उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है. जिला कलेक्टर ने मोबाइल ओपीडी वैन को रवाना करने से पहले अंदर जाकर रखी गई दवाइयां देखीं और स्टाफ से पूरी जानकारी प्राप्ति की. इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बलवंत मंडा सहित अन्य लोग मौजूद रहे.
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गौरतलब है कि इससे पहले लॉकडाउन के दौरान भी जिला प्रशासन ने जोधपुर में मोबाइल ओपीडी वैन शुरू की थी, लेकिन बाद में अनलॉक होने के बाद इन्हें बंद कर दिया गया. अब भारत सरकार की ओर से 31 दिसंबर तक कोविड-19 स्थिति को ध्यान में रखते हुए जारी किए गए निर्देशों के तहत यह कदम उठाया गया है.