जोधपुर. अपने ही गुरूकुल की नाबालिग छात्रा के साथ यौन दुराचार करने के आरोप में जोधपुर जेल में आजीवन अंतिम सांस तक कारावास की सजा भुगत रहे आसाराम के साधक वैलेंटाइन डे पर माता पिता के पूजन की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं.
इसके लिए शुक्रवार को जिले में स्थित आश्रम में पिछले 10 दिनों से सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को बुलाकर उन्हें माता-पिता की पूजन का महत्व बताया जाता है और संकल्प भी दिलाया जा रहा है.
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वैलेंटाइन डे के मौके पर भी आश्रम में कई स्कूलों के बच्चे पहुंचे और उन्हें माता पिता के पूजन का पाठ पढ़ाया गया. साधकों का कहना है कि वैलेंटाइन डे पश्चिम की गंदगी है, पश्चिमी संस्कृति का विरोध करते हुए यह परंपरा शुरू की थी, जिसे हम लगातार आगे बढ़ा रहे हैं. इस दिन माता पिता जो कि पारिवारिक संबंधों के प्रेम के प्रतीक हैं उनका पूजन करना चाहिए.
आसाराम पिछले 6 वर्षों से जोधपुर जेल में है. उनके साधक अब भी वेलेन्टाइन डे को माता-पिता पूजन दिवस के रूप मनाने की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. पहले कई बार इसका विरोध भी होता रहा है.