जोधपुर. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के एक छात्र ने देर शाम करीब 8 बजे हॉस्टल के कमरा नंबर 327 में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक छात्र का नाम गेनाराम देवासी था, जो जालोर जिले के रामसीन गांव का रहने वाला था और यहां पर वह एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था.
मेडिकल कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, मृतक छात्र शनिवार को करीब साढे सात बजे आखिरी बार हॉस्टल में रह रहे अपने दोस्तों से मिला था. वह बाजार से रस्सी पहले ही खरीदकर ले आया था. दोस्तों से मिलने के बाद वह अपने कमरे में आया और अंदर से कमरा बंद कर लिया. छात्र का रूम पार्टनर जो कहीं बाहर गया था, जब वह कमरे पर पहुंचा तो कमरा अंदर से बंद था. ऐसे में खटखटाने पर जब दरवाजा नहीं खुला तो कुछ छात्रों ने मिलकर दरवाजा तोड़ दिया और कमरे में घुसते ही देखा कि गेनाराम पंखे से लटका हुआ है.
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वहां मौजूद छात्रों ने इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को दी. ऐसे में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बीएल मीणा और यूजी हॉस्टल के वार्डन सहित अन्य डॉक्टर मौके पर पहुंचे. सूचना पर शास्त्री नगर पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस की मौजूदगी में गेनाराम के शव को नीचे उतारा गया. कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें गेनाराम ने लिखा है 'मम्मी पापा और चाचू सॉरी मैं पिछले दो महीने से बहुत परेशान हूं, अब मैं और नहीं जी सकता.'
हॉस्टल के छात्रों ने बताया कि गेनाराम पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था, जिसके चलते उसने इस बार एग्जाम भी नहीं दिए. लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा.