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जोधपुर महापौर ने अपने निजी वाहन से हटाई नेमप्लेट, कहा- जिम्मेदार नागिरक होने के नाते यह मेरा कर्तव्य

जोधपुर नगर निगम के महापौर ने अच्छी पहल करते हुए अपने निजी वाहन से नेमप्लेट को हटा लिया है. उन्होंने कहा वे एक जिम्मेदार नागरिक है और ऐसा करना उनका कर्तव्य है.

Mayor of Jodhpur Corporation, जोधपुर महापौर की खबर
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Published : Oct 5, 2019, 10:09 AM IST

जोधपुर. राज्य सरकार द्वारा एक माह पहले प्रदेश में अधिसूचना जारी कर नियम लागू किया था, जिसके तहत किसी भी वाहन पर किसी तरह का नाम नहीं लिखा जाएगा. साथ ही किसी तरह की नेमप्लेट भी नहीं लगेगी. इस आदेश के बाद भी जमीनी हकीकत तो नहीं बदलती दिखाई दी, लेकिन जोधपुर निगम के महापौर ने अपनी नेमप्लेट हटाकर अच्छी पहल को अंजाम दिया है.

जोधपुर निगम महापौर की अच्छी पहल

सरकार की ओर से जारी आदेश में बताया गया था कि वाहनों पर जाति या पद लिखे होने से जातिवाद तो फैलता ही है. साथ ही लोगों में हीन भावना भी होती है. इस आदेश के जारी होने के बाद भी इसकी पालना अभी भी कहीं भी सुनिश्चित तौर पर नजर नहीं आती है, लेकिन इसके उलट जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा ने आगे आकर खुद ही अपने वाहन पर लगी महापौर की नेमप्लेट को हटा दिया.

पढ़ें: सीएम गहलोत के निर्देश, संगठित अपराध करने वालों के खिलाफ रणनीति बना त्वरित कार्रवाई करे पुलिस

महापौर ओझा का कहना है कि वह एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. सभी लोगों को भी सरकार के आदेशों की पालना करनी चाहिए. ज्ञात रहे कि जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा बीते 5 सालों में एक बार भी निगम की सरकारी गाड़ी में नहीं बैठे हैं. वह अपना सफर अपने निजी वाहन से ही करते हैं. 5 सालों में उन्होंने निगम के किसी भी कर्मचारी की सेवा भी अपने लिए नहीं ली है.

जोधपुर. राज्य सरकार द्वारा एक माह पहले प्रदेश में अधिसूचना जारी कर नियम लागू किया था, जिसके तहत किसी भी वाहन पर किसी तरह का नाम नहीं लिखा जाएगा. साथ ही किसी तरह की नेमप्लेट भी नहीं लगेगी. इस आदेश के बाद भी जमीनी हकीकत तो नहीं बदलती दिखाई दी, लेकिन जोधपुर निगम के महापौर ने अपनी नेमप्लेट हटाकर अच्छी पहल को अंजाम दिया है.

जोधपुर निगम महापौर की अच्छी पहल

सरकार की ओर से जारी आदेश में बताया गया था कि वाहनों पर जाति या पद लिखे होने से जातिवाद तो फैलता ही है. साथ ही लोगों में हीन भावना भी होती है. इस आदेश के जारी होने के बाद भी इसकी पालना अभी भी कहीं भी सुनिश्चित तौर पर नजर नहीं आती है, लेकिन इसके उलट जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा ने आगे आकर खुद ही अपने वाहन पर लगी महापौर की नेमप्लेट को हटा दिया.

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महापौर ओझा का कहना है कि वह एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. सभी लोगों को भी सरकार के आदेशों की पालना करनी चाहिए. ज्ञात रहे कि जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा बीते 5 सालों में एक बार भी निगम की सरकारी गाड़ी में नहीं बैठे हैं. वह अपना सफर अपने निजी वाहन से ही करते हैं. 5 सालों में उन्होंने निगम के किसी भी कर्मचारी की सेवा भी अपने लिए नहीं ली है.

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Body:जोधपुर ।राज्य सरकार द्वारा एक माह पहले प्रदेश में एक अधिसूचना जारी कर नियम लागू किया था जिसके तहत किसी भी वाहन पर किसी तरह का नाम नहीं लिखा जाएगा वह किसी तरह की नेमप्लेट भी नहीं लगेगी यह आदेश सरकार ने एक जनित पत्र के आधार पर किया था जिसमें बताया गया था कि वाहनों पर जाति या पद लिखे होने से जातिवाद तो फैलता ही है साथ ही लोगों में हीन भावना भी होती है ।इस आदेश के जारी होने के बाद भी इसकी पालना अभी भी कहीं भी सुनिश्चित तौर पर नजर नहीं आती है लेकिन इसके उलट जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा ने आगे आकर खुद ही अपने वाहन पर लगी महापौर की नेमप्लेट को हटा दिया महापौर ओझा का कहना है कि वह एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। सभी लोगों को भी सरकार के आदेशों की पालना करनी चाहिए। ज्ञात रहे जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा बीते 5 सालों में एक बार भी निगम की सरकारी गाड़ी में नहीं बैठे हैं वह अपना पूरा कार्य अपने निजी वाहन से करते हैं 5 सालों में उन्होंने निगम के किसी भी कर्मचारी की सेवा भी अपने लिए नहीं ली है।


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