जोधपुर. मंगलवार को राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले दो मारवाड़ी युवा जोधपुर पहुंचे. साथ ही इन युवाओं ने योग के क्षेत्र में प्रतिष्ठित योग रत्न भी प्राप्त किया. आईए जानते हैं इन दोंनों युवाओं से उनके इस सफर की कहानी.
आपको बता दें कि जहां एक ओर जिले के मथानिया क्षेत्र के किसान परिवार से आने वाले ललित भारती लंबे समय से योग से जुड़े हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी योग प्रदर्शन का मौका मिल चुका है. वहीं उनके साथ ही पाली जिले के गुड़ा रामसिंह ग्राम की कुसुम सिंह राठौड़ ने भी राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में भाग लिया. जो कि इस गांव की सरपंच हैं. दोनों ने इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया.
गौरतलब है कि, ललित भारती और कुसुम राठौड़ की ओर से योग क्षेत्र में किए गए कार्यों के फलस्वरूप आयुष मंत्रालय की ओर से दोनों को योग रत्न से भी सम्मानित किया गया. राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में पूरे देश से आए प्रतिभागियों में 11 जनों को योग रत्न दिया गया है. बता दें कि ललित ने अपनी शिक्षा भी योग के क्षेत्र में पूरी की. इसके बाद वे सक्रिय रूप से योग से जुड़ गए. वे बाबा रामदेव के साथ योग क्रिया में एक रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुके हैं.
वहीं कुसुम राठौड़ का कहना है कि वह योग लंबे समय से करते आ रहीं थी. बाद में इसे पूरी तरह से अपनाते हुए लोगों को भी सिखाना शुरू कर दिया. 5 साल पहले वे गुडा रामसिंह ग्राम की सरपंच बनीं. जिसके बाद उन्होंने ग्राम में भी लोगों को योग के प्रति जागरूक किया. वहीं अब वे नियमित शिविर भी लगाती हैं. उन्होंने बताया कि उनका सपना था कि वह 1 दिन भारतीय टीम का ब्लेजर पहने और इस राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में शामिल होकर उनका यह सपना पूरा हो गया. बता दें कि अब दोनों प्रतिभागी जनवरी में होने जा रही, पहली योग की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भी क्वालीफाई हो गए हैं.