जोधपुर. जिले में जिला परिषद चुनाव के तहत सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन सुबह से ही कलेक्ट्रेट में बड़ी संख्या में प्रत्याशी अपना नामांकन भरने पहुंचे. ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा भी अपनी मां लीला मदेरणा को वार्ड संख्या 28 से नामांकन भरने के लिए अपने साथ लेकर आई. खास बात यह है कि लीला मदेरणा ने इस बार छठवीं बार जिला परिषद सदस्य के रूप में नामांकन भरा है.
बता दें, 1994 में प्रदेश में प्रारंभ हुई पंचायत राज की त्रिस्तरीय व्यवस्था के तहत जिला परिषद के गठन की शुरुआत से ही लीला मदेरणा जिला परिषद सदस्य के रूप चुनी जा रही है. इस मौके पर दिव्या मदेरणा ने कहा कि हम ग्रामीण परिवेश से आते हैं और पंचायत राज को सशक्त बनाने में हमारी अहम भूमिका है. हम लगातार ग्रामीण विकास का काम कर रहे हैं.
लीला मदेरणा ने कहा कि वे जिला परिषद के गठन के बाद से लगातार जिला परिषद सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि वे लगातार ग्रामीण विकास के कामों में भागीदारी निभा रही हैं.
गत परिषद में मदेरणा परिवार का दबदबा
जिला परिषद की पिछले चुनावों में जिला प्रमुख भाजपा का बना, लेकिन लीला मदेरणा के साथ उनकी बेटी दिव्या मदेरणा भी बतौर जिला परिषद चुनाव जीतकर परिसर पहुंची थी. दिव्या जिला परिषद सदस्य रहते हुए ही विधायक का चुनाव लड़ा और उसके बाद में जीतकर विधानसभा पहुंची. उन्होंने जिला परिषद सदस्य से त्यागपत्र दिया था.
इससे पहले उनके पिता महिपाल मदेरणा भी जोधपुर के जिला प्रमुख रह चुके हैं. जिला प्रमुख बनने के बाद ही उन्होंने विधायक का चुनाव लड़ा था और वे राज्य में गत गहलोत सरकार में जल संसाधन मंत्री बने थे. लेकिन भंवरी देवी अपहरण हत्याकांड के चलते उनका कार्यकाल बतौर मंत्री पूरा नहीं हो सका.