जोधपुर. शहर में कोरोना संक्रमण जिस गति से फैल रहा है, उसी गति से अब गंभीर मरीज भी सामने आने लगे हैं. ऐसे मरीजों के उपचार में सबसे ज्यादा उपयोगी रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी होने लगी है. जोधपुर के बाजार में तो स्टॉक निल है. सिर्फ सरकारी अस्पताल में ही उपलब्धता है. यही कारण है कि जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने डॉक्टरों को इसके उचित उपयोग करने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के स्तर पर इस पर गहन चिंतन हो रहा है क्योंकि कई जगह पर स्टॉक खत्म हो चुके हैं.
लेक्टर ने बताया कि कुछ डॉक्टर ऐसे हैं, जो मरीज के सिटी स्कैन होने के बाद उसमें बहुत कम स्कोर 1 और 2 तक भी यह इंजेक्शन लगाने की सलाह दे रहे हैं, जबकि ऐसे मरीजों को अन्य उपचार से भी राहत दी जा सकती है. यह दवा बहुत ही उपयोगी और कारगर है. ऐसे में इसका उपयोग पूरी तरह से संयमित और उचित होना आवश्यक है, इसको लेकर मेडिकल कॉलेज को भी निर्देश दिए गए हैं.
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वहीं जोधपुर के दावा बाजार में भी पड़ताल करने पर सामने आया कि इस साल स्टॉकिस्ट के पास इस रेमडेसिवीर इंजेक्शन का स्टॉक निल है क्योंकि आपूर्ति नहीं हो रही है. इतना ही नहीं सहकारी बाजार की दुकान पर भी नहीं मिल रहा. हालांकि जिला प्रशासन ने दावा किया है कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को इसकी कमी नहीं आने दी जाएगी, लेकिन उपयोग उचित तरीके से करना होगा. गौरतलब है कि रेमडेसीविर इंजेक्शन बाजार में 5000 रुपए तक बिकता है, लेकिन महाराष्ट्र गुजरात सहित अन्य राज्यों में कोरोना बेकाबू होने से इसकी आपूर्ति में परेशानी आ रही है.