जोधपुर. अपने IPL के पहले ही डेब्यू मैच में जोधपुर के रवि बिश्नोई ने धमाल मचा रखा है. रवि ने किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से गेंदबाजी करते हुए तेजतर्रार बल्लेबाज ऋषभ पंत का विकेट लेकर क्रिकेट की दुनिया में अपनी धाक जमा ली. हालांकि, इससे पहले रवि T20 वर्ल्ड कप में भी 17 विकेट ले चुका है. लेकिन IPL का पहला विकेट उसके लिए बहुत कुछ मायने रखने वाला था.
रवि के कोच प्रद्योत सिंह बताते हैं कि मैच से पहले उसने फोन पर बात की तो कहा मुझे क्या करना चाहिए, तब मैंने उसे टिप दी कि जब उसका नंबर आएगा तो संभवत: उस समय ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी सामने होंगे. ऐसे में तुम्हें अपनी गेंदबाजी का फोकस अलग तरीके से रखना होगा, जिससे कि वह लंबे शॉट नहीं लगा सके. रवि ने भी बिल्कुल ऐसा ही किया, जिसकी वजह से उसे विकेट भी मिला.
रवि के भाई अशोक और बहन अनीता ने बताया कि वह शुरू से ही मैच में की दीवाना था और क्रिकेट खेलता रहता था. इसकी वजह से उसका सेलेक्शन हुआ. पहले वह अंडर-19 में खेला, इसके बाद टी-20 और अब IPL खेल रहा है. उसने IPL के पहले मैच में ही विकेट लेकर जोधपुर का नाम रोशन किया है. रवि ने अपनी मेहनत से यह मुकाम हासिल की है. इससे पहले रवि ने अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाई थी. उसके बाद से लग रहा था कि रवि को जल्द ही क्रिकेट जगत में बड़ी कामयाबी मिलेगी.
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रवि के कोच रहे प्रद्योत सिंह ने बताया कि रवि फास्ट बॉलर बनना चाहता था, लेकिन रवि में एक स्पिनर बनने की खूबियां थी. इसके लिए उसे प्रेरित किया और वह सफल रहा. उसने अपनी लेग स्पिन में कई विविधता हासिल की. विशेषकर गुगली और फ्लिपर में महारत हासिल कर ली. उन्होंने बताया कि रवि ने क्रिकेट को अपना सब कुछ दिया. इसलिए अब क्रिकेट उसे सब कुछ दे रहा है.
प्रद्योत बताते हैं कि जब वह खुद क्रिकेट खेला करते थे तो रवि उन्हें बॉलिंग करने आता था तो मुझे लगा कि लड़का कुछ कर सकता है. हालांकि, शुरुआती दौर में एवरेज खिलाड़ी था. लेकिन जब हमने अकेडमी शुरू की तो उसने लगातार प्रतिदिन 5 घंटे दिए. उसके बाद उसकी क्रिकेट की तपस्या शुरू हुई, जिसकी वजह से आज IPL में भी खेल रहा है.
रवि के कोच ने बताया कि मैच शुरू होने से पहले उनकी रवि से कई खिलाड़ियों को लेकर बात हुई तो इसमें जब ऋषभ पंत का नाम आया तो उसने कहा कि वह क्या करें. तब उसे सही सुझाव देते हुए कोट ने उससे कहा कि उसे बाहर की तरफ बॉल खिलाना. क्योंकि अगर उससे विकेट पर बॉल खिला दी तो वह बड़े शॉट लगा सकता है. रवि ने वही किया, जिसकी वजह से पहला विकेट उसे मिला और उसकी कसी हुई गेंदबाजी से खिलाड़ी रन नहीं बना सके. रवि के साथी क्रिकेटरों ने बताया कि वे लगातार साथ ही खेलते हैं, आज भी रवि जब आता है, तब साथ में खेलता है. उसके इस स्तर पर पहुंचने से हम सबकी उम्मीदें भी बढ़ी है.