जोधपुर. जोधपुर हिंसा मामले (Jodhpur Violence Case) में तीन दिन से चल रहे सांप्रदायिक तनाव के बीच भीतरी शहर में अब सौहार्द के प्रयास तेज हो गए हैं. दस थाना क्षेत्रों में आज सीएलजी बैठकों (CLG meetings for peace in Jodhpur) का गुरुवार को आयोजन किया जा रहा है. इससे दोनों पक्षों की सहमति से कर्फ्यू क्षेत्र में लोगों को राहत देने के लिए कदम उठाए जा सकें. इस बीच जालोरी गेट पर हुई घटना को लेकर सरदारपुरा थाने में दर्ज अलग-अलग 14 मामलों में 20 नामजद दंगाइयों को पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट (Twenty rioters were presented in court) में पेश किया है. कोर्ट ने आरोपियों को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
पुलिस ने सभी आरोपियों के लिए रिमांड मांगी है. यह वे आरोपी हैं जो सीसीटीवी में उत्पात करते हुए नजर आए थे. पूरी पड़ताल के बाद पुलिस ने इन्हें अलग-अलग धाराओं में आरोपी बनाया है. एसीपी चक्रवर्ती सिंह ने बताया कि हमारी लगातार अन्य एजेंसियों के साथ बातचीत चल रही है. हम सभी पक्षों को ध्यान रखते हुए साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं. इस बात का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं कि यह पूरा प्रकरण सोची-समझी साजिश थी या नहीं. इसके लिए लोगों से पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा शांतिभंग के आरोप में भी बड़ी संख्या में लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
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दोनों समुदायों के साथ होंगी बैठकें
भीतरी शहर के इलाकों के थानों में दोनों पक्षों के बीच शांति बनाने एवं हालात सामान्य करने के उदृदेश्य से पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई के निर्देशन में जोधपुर के 10 कर्फ्यू ग्रस्त थाना क्षेत्रों में आज सीएलजी की बैठक आयोजित की जा रही हैं जिसमें मौजिज लोगो के साथ में शांति एवं सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों ने मंथन किया. प्रशासनिक पुलिस अधिकारियों के अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मौजूद लोगों से अपने-अपने क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की है. इसके अलावा आज पुलिस कमिश्नर सहित अन्य अधिकारियों ने भीतरी शहर का दौरा भी किया.