जोधपुर. शहर में ईद के दिन भीतरी शहर के सुनारों के मोहल्लों में हुए बवाल में सर्वाधिक निशाना स्वर्णकार समाज को (Jodhpur Violence Case) बनाया गया. उनकी दुकानों पर तलवारें चलाई गई. समाज के लोगों का दावा है कि भीड़ ने दुकान लूटने तक का प्रयास किया था. क्योंकि उस दिन अक्षय तृतिया थी और सभी दुकानों में करोड़ों का माल था. आरोप लगाया है कि उस समय अपने दुकान व घर की रक्षा के लिए सामने आने वाले लोगों को पुलिस निशाना बना रही है. इससे समाज में आक्रोश व्याप्त है.
जोधपुर सर्व स्वर्णकार समाज के लोग शुक्रवार को मीडिया के समाने आए. उन्होंने आरोप लगाया कि हमने पुलिस को फूटेज दिए हैं, इसके बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं हो रही है. हमारे समाज के युवाओं में खौफ फेल गया है. जबकि उन्होंने सिर्फ उनके घर व संस्थानों पर हुए हमले के दौरान अपना बचाव किया था. फिर भी उन्हें आरोपी बना दिया गया है. समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि एक कारिगर जो अपनी दुकान पर काम कर रहा था, उस पर हमला हुआ. उसके दुकान में दो किलो सोना था. अगर वह बचाव नहीं करता तो लूट जो जाती जो भीड़ करना चाहती थी.
आरोप लगाया कि उस व्यक्ति को हत्या के प्रयास के आरोप में बंद कर दिया गया है. समाज के पदाधिकारियों का आरोप है कि एफआईआर थाने में दर्ज नहीं की जा रही है. युवाओं को हर दिन फोन कर थाने बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. बता दें कि ईद की नमाज के बाद जालोरी गेट पर हुए उपद्रव के बाद भीड़ भीतरी शहर में आ गई. इस दौरान सर्वाधिक निशाना सुनारों के मोहल्ले में लोगों को बनाया गया. भीड़ के हाथ में तलवारें चाकू तक थे. एक युवक के पीठ में चाकू भी यहीं मारा गया था.
15 मई को होगा प्रदर्शनः समाज के लोगों ने बताया कि हमने इसको लेकर शहर विधायक मनीषा पंवार से भी बात की उनके आश्वासन के बावजूद पुलिस की दमनात्मक कार्रवाई जारी है. पुलिस कश्मिनर से भी मिले हैं. समाज ने घोषणा की है अगर ऐसे ही हालात रहे तो पूरे जोधपुर संभाग में 15 मई को ज्वलेर्स अपनी दुकानें बंद रखेंगे. नई सड़क चौराहा पर प्रदर्शन करेंगे. जनता को सभी साक्ष्य बताएंगे और पीड़ितों को भी लेकर आएंगे.