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जोधपुर में आरोपी की बेजा पिटाई, कोर्ट के कहने के बाद भी नहीं करवाया पुलिस में मेडिकल - जोधपुर पुलिस ने थाने में आरोपी को पीटा

जोधपुर पुलिस की कार्रवाई पर अदालत ने सवाल उठाए हैं. मामला शनिवार को फर्न होटल में पार्टी बाद हुए हंगामे का है. यहां कांस्टेबल और युवकों के बीच विवाद हुआ. जिसके बाद एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले गई. सोमवार में पेशी के समय उसकी बदहाल स्थिति देख कोर्ट ने ऐतराज जताया. इसके बावजूद उसे जेल भेजा गया. बाद में सोमवार रात 12 बजे पुलिस की ओर से प्रेसनोट जारी किया गया.

Jodhpur police Young men Clash
जोधपुर में आरोपी की बेजा पिटाई
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Published : Sep 20, 2022, 1:48 PM IST

जोधपुर. कांस्टेबल और दो युवकों के बीच हुए विवाद के मामले में (Jodhpur police Young men Clash) जिस आरोपी को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार बताया उसे शनिवार रात को ही थाने लाकर बिठा दिया गया. उससे पहले उसकी जमकर पिटाई की गई. सोमवार को जब उसे न्यायालय में पेश किया गया तो उसकी हालत देखने के बाद न्यायाधीश ने भी कहा कि मेडिकल करवाने के बाद ही न्यायिक अभिरक्षा में भेजें. यहां पुलिस ने पुलिस ने उसे बिना मेडिकल करवा ही जेल भेज दिया.

गिरफ्तार सह आरोपी अरविंद कुमार के भाई जगदीश कुमार जो कि खुद पुलिस अधिकारी हैं ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि कांस्टेबल केसर सिंह व अन्य ने अपने पद का दुरुपयोग किया. उनके भाई के साथ मारपीट की, 20 घंटे तक बिना कागजी कार्रवाई के अवैध रूप से उसे हिरासत में रखा. जगदीश कुमार ने कांस्टेबल पर फायरिंग करने का भी आरोप लगाया है (Court Questions no medical report).

जोधपुर में आरोपी की बेजा पिटाई, सवालों में पुलिस

सोमवार को पूरे दिन ये मामला चर्चा में रहा लेकिन पुलिस ने रात 12:00 बजे बाद इस मामले का प्रेस नोट जारी किया. इसमें आरोपी के अधिकारी भाई जगदीश कुमार की रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया है लेकिन उस रिपोर्ट के आधार पर कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया. पुलिस ने अपने प्रेस नोट में फायरिंग या पिस्टल की बात को लेकर बताया कि अभी इसकी जांच की जा रही है.

पढ़ें-विवाद के बाद कांस्टेबल ने बीच सड़क तानी पिस्टल...युवकों ने गाड़ी चढ़ाने का किया प्रयास, एक गिरफ्तार

इस बीच एक और वीडियो सामने आया जिसमें एक कांस्टेबल हाथ में पिस्टल लिया हुआ भागता हुआ नजर आ रहा है. इस पूरे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी ईस्ट ने कांस्टेबल के आचरण की जांच का जिम्मा एसीपी देरावर सिंह को दिया है. डीसीपी ईस्ट डा अमृता दुहान ने बताया की हमने एक मामला दर्ज किया है लेकिन वो पुलिसकर्मियों के शराब पीने और पिस्टल का जवाब नहीं दे पाईं.

वीआईपी विजिट में सब गोलमाल: इस पूरे केस में VIP विजिट के बहाने सबकुछ छुपाने की कोशिश साफ दिख रही है. शनिवार रात की घटना के बाद अरविंद को थाने लाया गया. रविवार सुबह अशोक गहलोत जोधपुर पहुंच गए. देर रात 10:30 वापस रवाना हुए. इस दौरान पुलिस ने इस मामले पर पर्दा डाले रखा (Constable pointed pistol on youths in jodhpur)). अरविंद के भाई ने आरोप लगाया कि बीस घंटे अवैध रूप से हिरासत में रख भाई को मारा गया. वीआईपी विजिट के दौरान मामले को जानबूझकर ढका गया. सिर्फ कांस्टेबल की रिपोर्ट दर्ज की गई.

खुद आया अरविंद फिर की पिटाई: शनिवार देर रात को मुलेद्र सिंह ने कांस्टेबल केसर सिंह को गाड़ी से टक्कर मारी. उस गाड़ी में आदमी बैठा था. आरोप है कि मुलेद्र गाड़ी भगा कर ले गया लेकिन अरविंद उस गाड़ी को वापस लेकर आया और ये जानने कोशिश की कि कहीं ज्यादा चोट तो नहीं आई है.अरविंद के वापस आते ही केसर सिंह, किशन सिंह सहित अन्य उस पर टूट पड़े. आरोप है कि उसकी कनपटी पर रिवाल्वर लगाकर उसे गाड़ी में डाला. उसकी अंगुली को गाड़ी के फाटक में डालकर चोटिल किया गया और उसके बाद उसकी पिटाई की. रात 2:00 बजे बाद उसे रातानाडा थाना जाकर रख दिया जिसकी गिरफ्तारी रविवार देर शाम को बताई गई. ये बात सोमवार को कोर्ट में भी बताई गई.

फिर भी उठ रहे कई सवाल: इस पूरे मामले में कई सवाल उठ रहे हैं जैसे अगर पुलिसकर्मी ऑन ड्यूटी नहीं थे तो रिवाल्वर उनके पास कहां से आई? किसी आरोपी को बिना पेपर कैसे बीस घंटे तक हवालात में रखा गया. बिना रिमांड के थर्ड डिग्री टॉर्चर क्यों दिया गया. पुलिस कर्मी केसर सिंह के विरुद्ध भी रिपोर्ट है तो मेडिकल क्यों नहीं करवाया गया? मामले ने तूल पकड़ा तो रात को प्रेस नोट जारी कर दिया गया.कई बातें सामने आ रही है. इसको लेकर पुलिस में रिपोर्ट देने वाले कांस्टेबल केसर सिंह अभी नॉन ड्यूटी है. घटना के दौरान शराब पी रखी थी. एक कांस्टेबल का तो बाकायदा शराब के ग्लास लिए आते हुए का सीसीटीवी भी आया है.

क्या है मामला?: जोधपुर के रातानाडा थाना क्षेत्र में एक होटल के बाहर कांस्टेबल पर युवक ने गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की था. इस हादसे में कांस्टेबल का पैर टूट गया गया था. घटना के बाद पुलिस ने एक युवक को तो पकड़ लिया, जबकि एक फरार हो गया. दोनों युवक जालोर के थे और होटल में पार्टी करने आए थे.कॉन्स्टेबल भी होटल में पार्टी के लिए सिविल ड्रेस में पहुंचा था. यहां आरोप ये भी है कि पहले कांस्टेबल ने पिस्टल तानी फिर बात आगे बढ़ी.

इसके बाद कांस्टेबल केसर सिंह की रिपोर्ट पर रातानाडा थाना पुलिस ने दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया. गिरफ्तार आरोपी की गाड़ी भी पुलिस ने जब्त कर ली थी. इधर आरोपी युवक के परिजनों का आरोप है कि उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई. उस समय थानाधिकारी सत्यप्रकाश का कहना था कि- आरोपी की रिपोर्ट को हमने कांस्टेबल की रिपोर्ट के साथ ही मर्ज कर दिया है.उसकी भी जांच हो जाएगी. इधर ये बात भी काबिल ए गौर है कि पकड़े गए आरोपी का कोई क्रिमिनल ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है और वो अधिकारी का भाई है.

जोधपुर. कांस्टेबल और दो युवकों के बीच हुए विवाद के मामले में (Jodhpur police Young men Clash) जिस आरोपी को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार बताया उसे शनिवार रात को ही थाने लाकर बिठा दिया गया. उससे पहले उसकी जमकर पिटाई की गई. सोमवार को जब उसे न्यायालय में पेश किया गया तो उसकी हालत देखने के बाद न्यायाधीश ने भी कहा कि मेडिकल करवाने के बाद ही न्यायिक अभिरक्षा में भेजें. यहां पुलिस ने पुलिस ने उसे बिना मेडिकल करवा ही जेल भेज दिया.

गिरफ्तार सह आरोपी अरविंद कुमार के भाई जगदीश कुमार जो कि खुद पुलिस अधिकारी हैं ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि कांस्टेबल केसर सिंह व अन्य ने अपने पद का दुरुपयोग किया. उनके भाई के साथ मारपीट की, 20 घंटे तक बिना कागजी कार्रवाई के अवैध रूप से उसे हिरासत में रखा. जगदीश कुमार ने कांस्टेबल पर फायरिंग करने का भी आरोप लगाया है (Court Questions no medical report).

जोधपुर में आरोपी की बेजा पिटाई, सवालों में पुलिस

सोमवार को पूरे दिन ये मामला चर्चा में रहा लेकिन पुलिस ने रात 12:00 बजे बाद इस मामले का प्रेस नोट जारी किया. इसमें आरोपी के अधिकारी भाई जगदीश कुमार की रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया है लेकिन उस रिपोर्ट के आधार पर कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया. पुलिस ने अपने प्रेस नोट में फायरिंग या पिस्टल की बात को लेकर बताया कि अभी इसकी जांच की जा रही है.

पढ़ें-विवाद के बाद कांस्टेबल ने बीच सड़क तानी पिस्टल...युवकों ने गाड़ी चढ़ाने का किया प्रयास, एक गिरफ्तार

इस बीच एक और वीडियो सामने आया जिसमें एक कांस्टेबल हाथ में पिस्टल लिया हुआ भागता हुआ नजर आ रहा है. इस पूरे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी ईस्ट ने कांस्टेबल के आचरण की जांच का जिम्मा एसीपी देरावर सिंह को दिया है. डीसीपी ईस्ट डा अमृता दुहान ने बताया की हमने एक मामला दर्ज किया है लेकिन वो पुलिसकर्मियों के शराब पीने और पिस्टल का जवाब नहीं दे पाईं.

वीआईपी विजिट में सब गोलमाल: इस पूरे केस में VIP विजिट के बहाने सबकुछ छुपाने की कोशिश साफ दिख रही है. शनिवार रात की घटना के बाद अरविंद को थाने लाया गया. रविवार सुबह अशोक गहलोत जोधपुर पहुंच गए. देर रात 10:30 वापस रवाना हुए. इस दौरान पुलिस ने इस मामले पर पर्दा डाले रखा (Constable pointed pistol on youths in jodhpur)). अरविंद के भाई ने आरोप लगाया कि बीस घंटे अवैध रूप से हिरासत में रख भाई को मारा गया. वीआईपी विजिट के दौरान मामले को जानबूझकर ढका गया. सिर्फ कांस्टेबल की रिपोर्ट दर्ज की गई.

खुद आया अरविंद फिर की पिटाई: शनिवार देर रात को मुलेद्र सिंह ने कांस्टेबल केसर सिंह को गाड़ी से टक्कर मारी. उस गाड़ी में आदमी बैठा था. आरोप है कि मुलेद्र गाड़ी भगा कर ले गया लेकिन अरविंद उस गाड़ी को वापस लेकर आया और ये जानने कोशिश की कि कहीं ज्यादा चोट तो नहीं आई है.अरविंद के वापस आते ही केसर सिंह, किशन सिंह सहित अन्य उस पर टूट पड़े. आरोप है कि उसकी कनपटी पर रिवाल्वर लगाकर उसे गाड़ी में डाला. उसकी अंगुली को गाड़ी के फाटक में डालकर चोटिल किया गया और उसके बाद उसकी पिटाई की. रात 2:00 बजे बाद उसे रातानाडा थाना जाकर रख दिया जिसकी गिरफ्तारी रविवार देर शाम को बताई गई. ये बात सोमवार को कोर्ट में भी बताई गई.

फिर भी उठ रहे कई सवाल: इस पूरे मामले में कई सवाल उठ रहे हैं जैसे अगर पुलिसकर्मी ऑन ड्यूटी नहीं थे तो रिवाल्वर उनके पास कहां से आई? किसी आरोपी को बिना पेपर कैसे बीस घंटे तक हवालात में रखा गया. बिना रिमांड के थर्ड डिग्री टॉर्चर क्यों दिया गया. पुलिस कर्मी केसर सिंह के विरुद्ध भी रिपोर्ट है तो मेडिकल क्यों नहीं करवाया गया? मामले ने तूल पकड़ा तो रात को प्रेस नोट जारी कर दिया गया.कई बातें सामने आ रही है. इसको लेकर पुलिस में रिपोर्ट देने वाले कांस्टेबल केसर सिंह अभी नॉन ड्यूटी है. घटना के दौरान शराब पी रखी थी. एक कांस्टेबल का तो बाकायदा शराब के ग्लास लिए आते हुए का सीसीटीवी भी आया है.

क्या है मामला?: जोधपुर के रातानाडा थाना क्षेत्र में एक होटल के बाहर कांस्टेबल पर युवक ने गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की था. इस हादसे में कांस्टेबल का पैर टूट गया गया था. घटना के बाद पुलिस ने एक युवक को तो पकड़ लिया, जबकि एक फरार हो गया. दोनों युवक जालोर के थे और होटल में पार्टी करने आए थे.कॉन्स्टेबल भी होटल में पार्टी के लिए सिविल ड्रेस में पहुंचा था. यहां आरोप ये भी है कि पहले कांस्टेबल ने पिस्टल तानी फिर बात आगे बढ़ी.

इसके बाद कांस्टेबल केसर सिंह की रिपोर्ट पर रातानाडा थाना पुलिस ने दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया. गिरफ्तार आरोपी की गाड़ी भी पुलिस ने जब्त कर ली थी. इधर आरोपी युवक के परिजनों का आरोप है कि उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई. उस समय थानाधिकारी सत्यप्रकाश का कहना था कि- आरोपी की रिपोर्ट को हमने कांस्टेबल की रिपोर्ट के साथ ही मर्ज कर दिया है.उसकी भी जांच हो जाएगी. इधर ये बात भी काबिल ए गौर है कि पकड़े गए आरोपी का कोई क्रिमिनल ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है और वो अधिकारी का भाई है.

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