जोधपुर. पकड़े गए सभी आरोपियों में मुख्य आरोपी भी शामिल है. पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी घटना के बाद जोधपुर से गुजरात होते हुए कर्नाटक के बेंगलुरु में छिप गए थे जिस पर पुलिस ने एक स्पेशल टीम तैयार कर आरोपी की तलाश की. जोधपुर पुलिस कमिश्नर द्वारा बनाई गई स्पेशल टीम ने चार दिन में अलग अलग राज्यों में जाकर कुल 5 हजार किलोमीटर का सफर तय कर आरोपियों को बेंगलुरु से दस्तियाब किया.
जोधपुर पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार ने बताया है कि गत दिनों दो मोटरसाइकिल को टक्कर मारने के बाद एसयूवी में भाग रहे आरोपी आदिल, आकिब, सिकंदर, इरफान, फराज और अन्य बदमाशों का बाइक पर पीछा कर रहे समाजसेवी जोरावर सिंह ने बदमाशों को पांचवी रोड के पास पकड़ा था. बदमाशों ने जोरावर सिंह के जांध पर चाकू से हमला कर दिया था. समय पर इलाज न मिलने पर अत्यधिक खून बहने से जोरावर सिंह की एमजीएच में मौत हो गई थी.
कर्नाटक के बेंगलुरु में छुपे थे आरोपी:
उक्त मामले में पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करते हुए उनकी सरगर्मी से तलाश शुरू की थी. पुलिस की तलाश के दौरान वारदात का मुख्य आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ राज्य से फरार हो गया तकनीकी सूचना एकत्रित करने के साथ ही पुलिस ने अपने नेटवर्क की मदद से मुख्य आरोपी और उसके साथियों की लोकेशन का पता लगाया बाद में गोपनीय तरीके से स्पेशल टीम आरोपियों को पकड़ने के लिए कर्नाटक के बेंगलुरु भेजा गया. स्पेशल टीम राज्य के बाहर गई और कर्नाटक से आरोपियों को धर दबोचा. दोपहर में मुख्य आरोपी सहित आरोपियों को लेकर स्पेशल टीम जोधपुर पहुंची.
ये भी पढ़ें: कांग्रेस की बैठक में उठा आर्टिकल 370 का मुद्दा, पूर्व मंत्री के सवाल पर पायलट ने दिया ये जवाब
प्रेस वार्ता कर पुलिस ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में पकड़े गए आरोपियों में से तीन आरोपी अलग-अलग पुलिस थानों के हिस्ट्रीशीटर है. प्रथम अनुसंधान में सामने आया है कि सभी आरोपियों द्वारा जोरावर सिंह के साथ हत्या करने के इरादे से मारपीट नहीं की गई थी. चाकू घुटने के बाद अत्यधिक खून बहने से जोरावर सिंह की मौत हो गई थी. फिलहाल जोधपुर पुलिस कमिश्नर इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है.