जोधपुर. एक माह पहले 2 व 3 मई को जालोरी गेट पर पुलिस की अदूरदर्शिता ने शहर को दंगों में धकेल दिया था. इसके बावजूद जोधपुर पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं है. इस चौराहा पर एक माह से भारी जाप्ता तैनात है. इसके बावजूद सोमवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की यात्रा के दौरान आयोजक इस बात को लेकर सड़क पर बैठ गए कि शहीद बालमुकंद बिस्सा की मूर्ति को माला पहनाए बगैर नहीं जाएंगे. हाथों में झंडे लिए बैठे लोगों की पुलिस से कहासुनी भी हुई.
हालांकि बाद में उन्हें जालोरी गेट सर्किल में प्रवेश दे दिया (Police allowed BJP workers to enter Jalori Gate Jodhpur) गया. इनमें पूर्व जिलाध्यक्ष जगतनारायण जोशी की अगुवाई में चार जने गए और माला पहनाकर लौटे. इसका पता चलते ही डीसीपी वंदिता राणा ने एसीपी चक्रवर्तीसिंह व थानाधिकारी दिनेश लखावत को बीच सड़क जमकर फटकारा. इस दौरान जालोरी गेट सर्किल पर खड़े मीडियाकर्मियों को देख एसीपी चक्रवर्ती सिंह तेश में आ गए. पुलिस को भेज उन्हें हटाने को कहा.
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