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कोरोना का कहर कम नहीं हुआ तो बर्बाद हो जाएगी जोधपुर हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज... - राजस्थान हिंदी समाचार

दुनिया भर में कोरोना वायरस से दहशत का माहौल है. इस वायरस की चपेट में आने से अबतक 3000 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इसकी जद में आने से व्यापार पर भी भारी असर पड़ रहा है. अब जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट उद्योग पर भी संकट के बादल गहराने लगे हैं.क्योंकि हैंडीक्राफ्ट में काम आने वाले कच्चे माल की आपूर्ति चीन से होती है.

Jodhpur Handicraft Industry, Corona Virus
जोधपुर की हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज कोरोना से प्रभावित
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Published : Mar 2, 2020, 5:37 PM IST

Updated : Mar 2, 2020, 11:33 PM IST

जोधपुर. दुनिया के 25 देश कोरोनो की जद में हैं. खास तौर से अब यूरोपीय देशों में भी मामले आने से इसका खतरा और बढ़ने की आशंका है. इसका सीधा प्रभाव जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट उद्योग पर भी पड़ रहा है, क्योंकि हैंडीक्राफ्ट में काम आने वाले कच्चे माल की आपूर्ति चीन से होती है.

जोधपुर की हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज कोरोना से प्रभावित

चीन में लंबे समय से कोरोनो वायरस के कोहराम से इंडस्ट्रीज बन्द हैं. जिसके चलते रॉ मेटीरियल 20 फीसदी महंगा आ रहा है. लेकिन अप्रेल में चीन में इंडस्ट्रीज शुरू नहीं हुई तो यह आपूर्ति ठप हो जाएगी.

अबतक जोधपुर के निर्यातक अपने कच्चे माल के स्टॉक से अपना काम चला रहे हैं. अगर इस माह तक चीन कोरोनो वायरस से नहीं उबरा तो जोधपुर का हैंडीक्राफ्ट उद्योग आधा रह जायेगा. इससे करीब 1500 करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा और अगर असर लंबा चला तो हैंडीक्राफ्ट इकाइयां ठप भी हो सकतीं हैं.

पढ़ें: कोरोना की दहशतः इटली से बीकानेर आए युवक को आइसोलेशन में रखा गया, चार सप्ताह तक नियमित रिपोर्ट होगी तैयार

इन सबका सीधा प्रभाव इंडस्ट्रीज के लाखों मजदूरों और कारीगरों पर पड़ेगा. जोधपुर हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. भरत दिनेश के अनुसार वर्तमान में प्रतिमाह जोधपुर से 2500 कंटेनर एक्सपोर्ट होते हैं.

कोरोनो इस माह नियंत्रित नहीं हुआ तो यह संख्या 1200 रह जायेगी. जिसका इफेक्ट इस इंडस्ट्रीज से जुड़े सभी लोगों पर होगा.

जोधपुर हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज की फैक्ट फाइल

  • जोधपुर में 600 हैंडीक्राफ्ट निर्यातक और 3000 इकाइयां
  • प्रतिमाह 2500 कंटेनर का एक्सपोर्ट, करीब 3000 करोड़ का कारोबार
  • 2 लाख से ज्यादा मजदूर, कारीगर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस उद्योग से जुड़े.

पढ़ें: कोरोना वायरस : अफवाहों को दूर करने के लिए कई मंत्रियों ने खाया चिकन

कोरोनो वायरस के इफेक्ट से यह प्रभाव

  • कच्चे माल की कमी से अभी काम धीमा
  • कच्चे माल की कीमत में 20 फीसदी बढ़ोतरी से लागत में इजाफा
  • कच्चा माल नहीं आया तो एक्सपोर्ट एक माह में घटकर रहेगा 1200 कंटेनर
  • जोधपुर में 1500 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित

नेगेटिव एडवाइजरी हुई तो परेशानी

डॉ. भरत दिनेश के मुताबिक हैंडीक्राफ्ट के मलेशिया, इंडोनेशिया फिलीपींस सहित अन्य देशों में इन दिनों होने वाले फेयर कैंसिल हो चुके हैं. अप्रैल में भारत में ईपीसीएच फेयर लगाती है, उसको लेकर अभी कुछ सामने नहीं आया है. अगर वर्ल्ड वाइड नेगेटिव एडवाइजरी जारी हुई तो बायर नहीं आएंगे. इससे यह उद्योग भारी मंदी की चपेट में आ जायेगा.

पढ़ें: अजमेर दरगाह में उर्स के मौके पर कोरोना वायरस के दफा होने की भी मांगी जा रही है दुआ

यूरोप में फैला तो गंभीर संकट

जोधपुर से हैंडीक्राफ्ट का एक्सपोर्ट अमेरिका और यूरोप में होता है. यूरोप में हैंडीक्राफ्ट बड़ी मात्रा में पसंद किया जाता है. अगर वहां कोरोनो नियंत्रित नहीं होता है तो जोधपुर का 40 फीसदी एक्सपोर्ट ठप होने की आशंका है.

जोधपुर. दुनिया के 25 देश कोरोनो की जद में हैं. खास तौर से अब यूरोपीय देशों में भी मामले आने से इसका खतरा और बढ़ने की आशंका है. इसका सीधा प्रभाव जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट उद्योग पर भी पड़ रहा है, क्योंकि हैंडीक्राफ्ट में काम आने वाले कच्चे माल की आपूर्ति चीन से होती है.

जोधपुर की हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज कोरोना से प्रभावित

चीन में लंबे समय से कोरोनो वायरस के कोहराम से इंडस्ट्रीज बन्द हैं. जिसके चलते रॉ मेटीरियल 20 फीसदी महंगा आ रहा है. लेकिन अप्रेल में चीन में इंडस्ट्रीज शुरू नहीं हुई तो यह आपूर्ति ठप हो जाएगी.

अबतक जोधपुर के निर्यातक अपने कच्चे माल के स्टॉक से अपना काम चला रहे हैं. अगर इस माह तक चीन कोरोनो वायरस से नहीं उबरा तो जोधपुर का हैंडीक्राफ्ट उद्योग आधा रह जायेगा. इससे करीब 1500 करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा और अगर असर लंबा चला तो हैंडीक्राफ्ट इकाइयां ठप भी हो सकतीं हैं.

पढ़ें: कोरोना की दहशतः इटली से बीकानेर आए युवक को आइसोलेशन में रखा गया, चार सप्ताह तक नियमित रिपोर्ट होगी तैयार

इन सबका सीधा प्रभाव इंडस्ट्रीज के लाखों मजदूरों और कारीगरों पर पड़ेगा. जोधपुर हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. भरत दिनेश के अनुसार वर्तमान में प्रतिमाह जोधपुर से 2500 कंटेनर एक्सपोर्ट होते हैं.

कोरोनो इस माह नियंत्रित नहीं हुआ तो यह संख्या 1200 रह जायेगी. जिसका इफेक्ट इस इंडस्ट्रीज से जुड़े सभी लोगों पर होगा.

जोधपुर हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्रीज की फैक्ट फाइल

  • जोधपुर में 600 हैंडीक्राफ्ट निर्यातक और 3000 इकाइयां
  • प्रतिमाह 2500 कंटेनर का एक्सपोर्ट, करीब 3000 करोड़ का कारोबार
  • 2 लाख से ज्यादा मजदूर, कारीगर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस उद्योग से जुड़े.

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कोरोनो वायरस के इफेक्ट से यह प्रभाव

  • कच्चे माल की कमी से अभी काम धीमा
  • कच्चे माल की कीमत में 20 फीसदी बढ़ोतरी से लागत में इजाफा
  • कच्चा माल नहीं आया तो एक्सपोर्ट एक माह में घटकर रहेगा 1200 कंटेनर
  • जोधपुर में 1500 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित

नेगेटिव एडवाइजरी हुई तो परेशानी

डॉ. भरत दिनेश के मुताबिक हैंडीक्राफ्ट के मलेशिया, इंडोनेशिया फिलीपींस सहित अन्य देशों में इन दिनों होने वाले फेयर कैंसिल हो चुके हैं. अप्रैल में भारत में ईपीसीएच फेयर लगाती है, उसको लेकर अभी कुछ सामने नहीं आया है. अगर वर्ल्ड वाइड नेगेटिव एडवाइजरी जारी हुई तो बायर नहीं आएंगे. इससे यह उद्योग भारी मंदी की चपेट में आ जायेगा.

पढ़ें: अजमेर दरगाह में उर्स के मौके पर कोरोना वायरस के दफा होने की भी मांगी जा रही है दुआ

यूरोप में फैला तो गंभीर संकट

जोधपुर से हैंडीक्राफ्ट का एक्सपोर्ट अमेरिका और यूरोप में होता है. यूरोप में हैंडीक्राफ्ट बड़ी मात्रा में पसंद किया जाता है. अगर वहां कोरोनो नियंत्रित नहीं होता है तो जोधपुर का 40 फीसदी एक्सपोर्ट ठप होने की आशंका है.

Last Updated : Mar 2, 2020, 11:33 PM IST
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