जोधपुर. मौसेरे भाई बहन की हत्या के लगभग 2 दिन बाद लूणी में आखिरकार पोस्टमार्टम किया गया (Cousins Died in Road Accident). हालांकि बीती रात सहमति के बाद भी मृतक कविता के पिता फिर धरने पर बैठ गए थे, लेकिन सुबह समझाइश के बाद वे मान गए. पिता ने आरोप लगाया की उनकी मांगों के बदले उन्हें कुछ नहीं मिला. पोस्टमॉर्टम के दौरान पुलिस के आला अफसर भी मौजूद रहे. वहीं, लूणी क्षेत्र में मृतक के गांव में भी जाब्ता तैनात किया गया है.
मृतक की पत्नी को पकड़ेगी पुलिस: फिलहाल पुलिस को अंतिम संस्कार का इंतजार है जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जा सके (Jodhpur Cousins Death Update). खास तौर से मृतक रमेश पटेल की पत्नी गुड्डी को हिरासत में लेना है. उससे एक बार पूछताछ हो चुकी है. उसके घर पर महिला कांस्टेबल तैनात की गई है. पुलिस की टीमें उसके प्रेमी और पूरे घटनाक्रम के साजिशकर्ता शंकर पटेल को पकड़ने में जुटी हैं. जिसके बाद आमने-सामने की पूछताछ में पूरा खुलासा होगा.
साजिश की वजह आई सामने: फिलहाल पुलिस का कहना है कि एक माह पहले रमेश पटेल और उसकी पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था. जिसकी जानकारी पत्नी ने अपने प्रेमी शंकर पटेल को दी. जिस पर शंकर ने तय किया कि रमेश को रास्ते से हटाना है. उसके बाद उसने साजिश रचना शुरू कर दिया. इसमें उसने कई और लोगों की मदद ली. योजना अनुसार पूरी जानकारी इकट्ठी की फिर सोमवार सुबह लूणी और सरेचा के बीच एसयूवी सवार रमेश माली ने बाइक पर जा रहे रमेश पटेल और उसकी मौसेरी बहन कविता को जोरदार टक्कर मार दी. जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
परिवार वालों को शुरू से था शक: मौत के तरीके को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों को आधार मानकर परिवार वाले शुरू से ही हत्या का शक जता रहे थे. वो कह रहे छे कि ये हादसा नहीं मर्डर है. इस आधार पर ही एसीपी बोरानाडा जय प्रकाश अटल ने बताया कि हत्या का ही मामला दर्ज किया और एसयूवी चालक रमेश माली के अलावा इस साजिश में शामिल राकेश सुथार और सोहन पटेल को पकड़ लिया. घटना के तुरंत बाद शंकर अपना मोबाइल बंद कर भाग गया. जिसकी तलाश जारी है.
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रमेश की पत्नी के गांव के आरोपी: रमेश पटेल की पत्नी का पीहर नंदवान है. एसयूवी चालक रमेश माली और राकेश सुथार वहीं के रहने वाले हैं. जबकि सोहनलाल पास के गांव बासनी झूठा का रहने वाला है. इन सबके संग शंकर ने रमेश को हटाने का प्लान तैयार किया. इसके बाद राकेश के नाम पर गाड़ी खरीदी गई जिसमें शंकर का सहयोग मिला. फिर रेकी की गई. सबने मिलकर लगातार रमेश पटेल पर नजर रखी. मौका मिलते है सोमवार सुबह एसयूवी से उड़ा दिया. हालांकि कविता को रास्ते से हटाने का प्लान नहीं था लेकिन रमेश के साथ वो भी साजिशकर्ताओं का शिकार हो गई. रमेश पटेल का विवाह 3 साल पहले हुआ था लेकिन पति पत्नी के बीच सब कुछ सामान्य नहीं था.