जयपुर. राजधानी में ईडब्ल्यूएस में संशोधन को लेकर रविवार को राजपूत समाज की ओर से विशाल रैली निकाली गई. राम निवास बाग से होते हुए ये रैली सिविल लाइंस स्थित सीएम आवास तक पहुंची. जहां ढोल नगाड़ों के साथ मां भवानी के जयकारों के साथ बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए.
रैली में एक परिधान में सज धज कर सिर पर केसरिया साफा बांधे युवाओं के साथ बुजुर्ग भी सीएम हाउस पहुंचे. जहां मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ भी रैली में शामिल हुए. वहीं ईडब्ल्यूएस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से और संशोधन किया गया है, जिसको लेकर राजपूत समाज की ओर से आभार व्यक्त किया गया. जहां आभार जताते हुए राजपूत समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तलवार भी भेंट की. साथ ही राजपूत समाज की ओर से मुख्यमंत्री से राजपूतों को शस्त्र रखने की मांग की गई.
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इस मौके पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजपूत एक जात नहीं बल्कि एक विचार है. रज का मतलब धरती और पूत का मतलब पुत्र. जो धरतीपुत्र है वो देश की आन बान शान के लिए हमेशा लड़ने का संकल्प लेता है. ऐसे में वही नौजवान आज यहां पहुंचे हैं. क्योंकि जमीन की शर्त हटी है तो उसको लगता है कि अब उसे अधिकार मिलेगा, नौकरी मिलेगी. वही जो जमीन बंजर है उसका 10 प्रतिशत आरक्षण से इकोनामिक वीकर सेक्शन के जरिए प्रदेश को लाभ मिलेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान पैटर्न को केंद्र सरकार को भी लागू करना चाहिए, जिससे केंद्र की नौकरियों का फायदा भी प्रदेश के युवाओं को मिल सके.
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मंत्री खाचरियावास ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करनी चाहिए. यदि फिर भी केंद्र सरकार इस पैटर्न को लागू नहीं करती है तो राजपूत समाज केंद्र सरकार को राजस्थान पैटर्न लागू करने का दबाव बनाया जाएगा. वहीं मुख्यमंत्री से मुलाकात के समय राजपूत समाज के पदाधिकारी ने कहा कि राजपूत समाज के हर कार्यक्रम में शस्त्र का इस्तेमाल किया जाता है. राजपूत समाज हर वर्ग की लड़ाई में आगे खड़ा रहता है. ऐसे में राजपूत समाज को शस्त्र रखने के आदेश दिए जाएं.